Parliament Winter Session 2022 : Uniform Civil Code Bill राज्यसभा में पेश, सदन में भारी हंगामा

Parliament Winter Session 2022: राज्यसभा में शुक्रवार को भारत में समान नागरिक संहिता लागू करने से जुड़ा प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया गया। बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इसे पेश किया, जिसका विपक्षी सदस्यों ने कड़ा विरोध किया। इसके बाद बिल को पेश करने के मतदान हुआ जिसमें पक्ष में 63 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 23 वोट डाले गए।

Parliament Winter Session 2022: राज्यसभा में शुक्रवार को भारत में समान नागरिक संहिता लागू करने से जुड़ा प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया गया। बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इसे पेश किया, जिसका विपक्षी सदस्यों ने कड़ा विरोध किया। इसके बाद बिल को पेश करने के मतदान हुआ जिसमें पक्ष में 63 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 23 वोट डाले गए। इस बिल में मांग की गई है कि देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए एक National Inspection & Investigation Commission बनाया जाए। देश में इस मुद्दे पर काफी लंबे समय से सियासी घमासान मचा है। अब संसद में भी शीतकालीन सत्र के दौरान यूसीसी (UCC) पर प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया गया है।

बेडरूम के सवाल पर बोली Uorfi Javed एक दिन बेड पर आ जाओ, काट लूंगी प्राइवेट पार्ट!

बेडरूम के सवाल पर बोली Uorfi Javed एक दिन बेड पर आ जाओ, काट लूंगी प्राइवेट पार्ट!

उर्फी जावेद (Uorfi Javed) ऐसी सेलेब्स है जो हर दिन किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बनी रहती हैं। कभी वह अपने बयानों को लेकर तो कभी फोटोज और वीडियोज को लेकर। अब हाल ही में उर्फी जावेद का कुछ सवालों से सामना हुआ। जिसका उन्होंने बेहद बोल्ड जवाब दिया है।

उर्फी से पूछे गए यह सवाल

रिपोर्ट की माने तो हाल ही में उर्फी (Uorfi Javed) से बेड से जुड़ा सवाल पूछा गया। सवाल था कि आर यू लाउड एण्ड क्वाइट एड बेड। जिसका जवाब देते हुए उर्फी ने कहा कि बेड की बात बेड तक ही सीमित रखी जाए। अगर आप जानना ही चाहते हो तो एक दिन आजो मेरे बेड में। तो वहीं उर्फी से दूसरा सवाल किया गया कि क्या आप उस शख्स के साथ रहना चाहोगी जो किसी को धोखा दे रहा हो। जवाब में उर्फी कहती है कि मैं उसका प्राइवेट पार्ट काट लूंगी।

Private and Public Cryptocurrency: प्राइवेट और पब्लिक क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर होता है?

Difference Between private and Public Cryptocurrency

क्रिप्टो करेंसी दो तरीके की होती है पहली प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी दूसरी पब्लिक क्रिप्टो करेंसी इनके बीच काफी बड़ा अंतर होता है जिसके बारे में आप आगे पढ़ेंगे.

बात अगर क्रिप्टो करेंसी की हो तो हर कोई उत्साहित हो जाता है. दुनियाभर में इसका क्रेज़ डे बाई डे प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी क्या है बढ़ता ही जा रहा है. नई उम्र के लोग इस फील्ड में अपना हाथ अधिक मात्रा में आजम रहे है अभी हाल ही में एक खबर आई जिसमें इस बात का एलान किया गया है कि सरकार जल्द ही
क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित कानून लाने वाली है. यदि आप भी इस क्रिप्टो करेंसी से जुड़े है और इसके बारे में अधिक जानकारी लेना चाहते है तो आपको बता दें कि क्रिप्टो करेंसी दो प्रकार की होती है, प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी और पब्लिक क्रिप्टो करेंसी.

अब आप लोग सोच रहें होंगे कि प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी और पब्लिक क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर होता है? तो आइये आपको बताते हैं कि इन दोनों में क्या अंतर होता है.

पब्लिक क्रिप्टो करेंसी

इस प्रकार की सभी करेंसी जिनका लेनदेन एक-दूसरे से जुड़ा रहता है, पब्लिक क्रिप्टो करेंसी कहलाती है. पब्लिक क्रिप्टो करेंसी किस किस व्यक्ति के पास रही है इसका पता लगाया जा सकता है. बिटकॉइन, इथर/टेलर इत्यादि बड़ी क्रिप्टो करेंसी पब्लिक क्रिप्टो के अंतर्गत आती हैं.

प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी

इस प्रकार की क्रिप्टो करेंसी जिनके ट्रांजेक्शन की सूचना सार्वजनिक नहीं कि जाती है, उन्हें प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी कहते हैं. मोनेरो, डैश और अन्य क्रिप्टो टोकन प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी के अंतर्गत आते हैं. इस क्रिप्टो करेंसी में यूजर का डाटा सुरक्षित रहता है. इस करेंसी को प्राइवेट टोकन भी कहते हैं.

प्राइवेट कॉइन के लाभ

प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी यूजर के वालेट का बैलेंस व उसकी निजी जानकारी किसी दूसरे को पता नहीं हो सकती. इसी कारण प्राइवेट कॉइन का प्रयोग अवैध कार्यों में आसानी से किया जा सकता है. भारत सरकार जो क्रिप्टो करेंसी से सम्बंधित जो कानून ला रही है उसके अंतर्गत प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है.

क्रिप्टो के दुरुपयोग

क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन की जानकारी पता लगाना बेहद मुश्किल होता है. भारत सरकार के अनुसार इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के अवैध कार्यों में किया जा रहा है. क्रिप्टो का प्रयोग हवाला फंडिंग या टेरर फंडिंग इत्यादि के लिए किया जाता है, इसीलिए इसे बैन करना उचित है.

Varun Dhawan: मैडम तुसाद इंडिया में वरुण धवन की मोम की मूर्ति का अनावरण

Varun Dhawan: मैडम तुसाद इंडिया ने आज बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और खासतौर से युवाओं के बीच जबरदस्त फैन फॉलोइंग रखने वाले नये जमाने के यूथ आइकन वरुण धवन की मोम की मूर्ति का अनावरण किया।

by Mahesh Kumar Shiva

Varun Dhawan

नोएडा: मैडम तुसाद इंडिया ने आज बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और खासतौर से युवाओं के बीच जबरदस्त फैन फॉलोइंग रखने वाले नये जमाने के यूथ आइकन वरुण धवन की मोम की मूर्ति का अनावरण किया। इस मूर्ति को डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया की चौथी मंजिल पर स्थित वैक्सम म्यूजियम में लगाया जायेगा।

Varun Dhawan

वरुण धवन विभिन्न पीढ़ियों के बीच एक जाने-माने और सराहनीय कलाकार हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी इस अभिनेता ने 2012 में ब्लॉक बस्टर फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर के साथ अपने कॅरियर की शुरूआत की थी। ‘हम्टी शर्मा की दुल्हननिया’, ‘एबीसीडी 2’ और ‘बदलापुर’ जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं एवं अभिनय को काफी सराहा भी गया है। दुनियाभर में वरुण के लाखों प्रशंसक हैं और उनकी मोम की मूर्ति का लगाया जाना उनके प्रशंसकों की खुशी को और भी बढ़ा देगा जो अब अपने हीरो के बिल्कुल पास खड़े होकर तस्वीारें खिंचवा पायंगे।”

श्री अंशुल जैन, जनरल मैनेजर एवं डायरेक्टकर, मर्लिन एन्ट रटेनमेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने कहा, “मैडम तुसाद में विभिन्नल क्षेत्रों की दुनिया की कुछ मशहूर हस्तियों की मूर्तियां लगाई गई हैं और मैडम तुसाद में अपनी मूर्ति होना किसी भी कलाकार के लिये सबसे बड़ी बात है। बतौर युवा कलाकार, वरुण धवन ने सिनेमा में जो योगदान दिया है, उसके लिये वह वाकई में सम्माान के हकदार हैं। वरुण धवन प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी क्या है प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी क्या है के फॉलोअर्स काफी लंबे समय से मैडम तुसाद में उनकी मूर्ति लगाये जाने का इंतजार कर रहे थे। मैडम तुसाद के कलेक्शयन में इंडस्ट्री के दूसरे रोल मॉडल्स के साथ वरुण धवन की मूर्ति का होना वरुण के प्रशंसकों एवं फॉलोअर्स के लिये बड़ी खुशी की बात है।”

मैडम तुसाद इंडिया ने डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया में जुलाई में आगंतुकों के लिये अपने दरवाजे खोले थे। इसमें स्पोर्ट्स, म्यूंजिक, फिल्मक और एन्टारटेनमेंट की दुनिया की सर्वाधिक चहेती हस्तियों की मोम की मूर्तियां रखी गई हैं। ये मूर्तियां युवाओं और उनके परिवारों के बीच आकर्षण का एक प्रमुख केन्द्र हैं और वे अपनी पसंदीदा सेलीब्रिटीज जैसे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विराट कोहली, शाहरूख खान, कपिल शर्मा, जस्टिन बीबर और अन्य जानी-मानी हस्तियों की एक झलक पाने के लिये यहां पर आते हैं। यहां आने वाले आगंतुक रेड कॉर्पेट पर वॉक करते हैं और अपने पसंदीदा सुपर स्टार्स के बीच स्टाेरडम का अनुभव करते हैं तथा अपनी मनपसंद हस्तियों की मूर्तियों के साथ बाहों में बांहें डालकर पोज देते हुये तस्वीरें खिंचवाते हैं।

मैडम तुसाद के विषय में
मैडम तुसाद के दुनिया भर में मौजूद संग्रहालयों में हर साल 10 मिलियन शानदार मेहमानों से ज्यादा का स्वागत किया जाता है। इस संग्रहालय में आपको लोकप्रिय शख्सियतों की लोकप्रियता का सहज अहसास करने का मौका मिलता है।

मैडम तुसाद के संग्रहालय दुनिया भर में 23 से ज्यादा जगहों पर है, जिसमें न्यूयॉर्क से लेकर शंघाई, एम्सटर्डम से लेकर सिडनी और लंदन शामिल हैं, जहां यह कहानी शुरू हुई थी। अपने 250 साल से ज्यादा के इतिहास में मैडम तुसाद ने कई सेलिब्रिटीज, स्टार और हीरोज के पुतले बनाकर उन्हें लोगों तक पहुंचाया है और उनके बारे में लोगों को सटीक जानकारी प्रदान की है। इससे मेहमानों को अपनी पसंदीदा शख्सियतों को देखने और उनके बारे में जानने की इजाजत मिलती है।

मर्लिन एंटरटेनमेंट्स
मर्लिन एंटरटेनमेंट्स किसी जगह पर बेस्ड पारिवारिक मनोरंजन के क्षेत्र में दुनिया भर का नेतृत्व करता है। यूरोप का नंबर 1 और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पर्यटकों को आकर्षित करने वाला ऑपरेटर होने के नाते, मर्लिन दुनिया भर के 4 महाद्वीपों के 24 देशों में आकर्षण के 140 केंद्रों, 23 होटलों और 6 हॉलिडे विलेजेज का संचालन करता है। मर्लिन का लक्ष्य अपने प्रतिष्ठित ब्रांड्स और अपने कर्मचारियो की प्रतिबद्धता और जुनून से दुनिया भर के लाखों मेहमानों को यादगार अनुभव प्रदान करने का है।

MCD Election Results: दिल्ली में धरे के धरे रह गए विश्लेषकों के दावें

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।

Digital Rupee: एक दिसंबर को लॉन्च होगा डिजिटल रुपया..

भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने डिजिटल मुद्रा – ‘डिजिटल रुपया’ को लेकर बड़ा एलान किया है। आरबीआई ने कहा है कि वह एक दिसंबर को खुदरा डिजिटल रुपये (e₹-R) के लिए पहली खेप लॉन्च करेगी। E₹-R एक डिजिटल टोकन के रूप में होगा। यह कानूनी निविदाओं का प्रतिनिधित्व भी करेगा। आरबीआई ने यह भी बताया कि डिजिटल रुपया उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जिसमें वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं।

देश की अपनी डिजिटल करेंसी में होलसेल लेनदेन के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू हो गया है।और जल्द रिटेल लेनदेन के लिए भी ऐसे ही प्रोजेक्ट को शुरू किया जाएगा। रिजर्व बैंक ने इसी महीने की शुरुआत में ही डिजिटल करेंसी को लॉन्च किया था। जिसमें 9 बैंकों को लेनदेन की इजाजत दी गई थी। शुरुआती सफलता के बाद डिजिटल करेंसी को लेकर रिजर्व बैंक आगे की योजना पर काम तेज कर चुका है। अगर आप भी अपने वॉलेट में स्वदेशी और भरोसेमंद डिजिटल करेंसी रखने का इंतजार कर रहे तो जानिए इस दिशा में अभी तक क्या कुछ हो चुका है।

रिटेल मार्केट में करंसी शुरू करने की तैयारी

पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर ही सही देश में डिजिटल करेंसी की शुरुआत हो चुकी है। नवंबर की शुरुआत से पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर सेकेंडरी मार्केट में सरकारी सिक्योरिटीज की होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए रिजर्व बैंक ने डिजिटल करेंसी की अनुमति दी है। होलसेल मार्केट में डिजिटल करेंसी के पायलेट प्रोजेक्ट के बाद अब रिटेल मार्केट में भी इसको लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है।

रिपोर्टस की मानें तो रिटेल मार्केट में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के पायलेट प्रोजेक्ट के लिए रिजर्व बैंक ने 5 बैंकों का चुनाव भी कर लिया है और कुछ और बैंकों को भी डिजिटल करेंसी के रिटेल पायलेट प्रोजेक्ट के लिए चुना जा सकता है। हालांकि सरकार या रिजर्व बैंक की तरफ से अभी यह साफ नहीं किया गया है कि रिटेल में डिजिटल रुपए से लेनदेन के लिए डिजिटल लेनदेन की मौजूदा व्यवस्था का इस्तेमाल होगा।

बजट में हुआ था ऐलान

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 के आम बजट में ब्लॉक चेन आधारित डिजिटल रुपया लॉन्च करने की घोषणा की थी। सरकार की इसी घोषणा को साकार करने के लिए RBI ने डिजिटल रुपया को पायलेट आधार पर लॉन्च किया है। सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी भुगतान का एक नया तरीका होगा।जिसे नागरिकों, बिजनेस, सरकार और अन्य के लिए लीगल टेंडर के तौर पर जारी किया जाएगा। इसकी वैल्यू कागजी मुद्रा के बराबर ही होगी।

देश में RBI की डिजिटल करेंसी का उपयोग पूरी तरह से शुरू होने के बाद।शायद लेनदेन के लिए कैश रखने की जरूरत न पड़े। इस करेंसी को आसानी से मोबाइल वॉलेट में रखा जा सकेगा। और यूजर्स आसानी से इसके बदले फिजिकल करेंसी ले सकेंगे। सबसे बड़ी बात ये है कि क्रिप्टोकरेंसी की तरह डिजिटल रुपया गैर-कानूनी नहीं होगा क्योंकि ये RBI के नियंत्रण में होगा और इसे सरकार का समर्थन भी मिलेगा।

रेटिंग: 4.28
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 800