विदेशी मुद्रा भंडार ने मारी बड़ी छलांग, 44.1 करोड़ डॉलर की हुई बढ़ोत्तरी
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign exchange reserves) 15 नवंबर को विदेशी मुद्रा गाइड समाप्त सप्ताह में 44.1 करोड़ डॉलर (Dollar) से बढ़कर 448.249 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। बता दें कि यह वृद्धि ऐसे समय पर हुई है जब देश की अर्थव्यवस्था मेें मंदी है। इस वृद्धि का कारण विदेशीमुद्रा आस्तियों में हुई वृद्धि है।
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बता दें कि 1.71 डॉलर बढ़ा
विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले कई सप्ताह से वृद्धि (Growth) कायम है। पिछले सप्ताहांत में यह 1.71 अरब डॉलर बढ़कर 447.808 अरब डॉलर था। रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां 15 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 64.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 416.472 अरब डॉलर पर पहुंच गयीं। इसके विपरीत स्वर्ण आरक्षित भंडार 20 करोड़ डॉलर घटकर 26.709 अरब डॉलर रह गया।
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अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष से आहरण घटा
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से विशेष आहरण अधिकार 50 लाख डॉलर घटकर 1.435 अरब डॉलर रहा। जबकि मुद्राकोष के पास आरक्षित मुदा भंडार 30 लाख डॉलर बढ़कर 3.633 अरब डॉलर हो गया।
रिकॉर्ड ऊंचाई को छूने के बाद 29 करोड़ डॉलर घटा भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, जानिए अभी कितना है?
विदेशी मुद्रा भंडार 581.131 अरब डॉलर की सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया था.
Published: January 1, 2021 10:46 PM IST
India foreign exchange reserves: रिकॉर्ड ऊंचाई को छूने के बाद देश का विदेशी मुद्रा भंडार 25 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 29 करोड़ डॉलर घटकर 580.841 अरब डालर रह गया. रिजर्व बैंक के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
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इससे पहले 18 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.563 अरब डॉलर बढ़कर 581.131 अरब डॉलर की सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया था.
भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में कमी के कारण मुद्रा भंडार में कमी आई. विदेशीमुद्रा परिसंपत्तियां, कुल विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा होती है.
रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में एफसीए 25.3 करोड़ डॉलर घटकर 537.474 अरब डॉलर रह गयीं. एफसीए को दर्शाया डॉलर में जाता है, लेकिन इसमें यूरो, पौंड और येन जैसी अन्य विदेशी मुद्राएं भी शामिल होती है.
आंकड़ों के अनुसार 25 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार मूल्य 30.8 करोड़ डॉलर घटकर 36.711 अरब डॉलर रह गया.
देश को अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (आईएमएफ) में मिला विशेष आहरण अधिकार भी 40 लाख डॉलर घटकर 1.510 अरब डॉलर रह गया जबकि आईएमएफ के पास आरक्षित मुद्रा भंडार 27.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.145 अरब डॉलर हो गया.
(इनपुट भाषा)
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कान्हा की नगरी में 'विदेशी मुद्रा' का काला धंधा
मथुरा। ब्रज में विदेशी मुद्रा की बारिश हर मौसम में हो रही है। विदेशी कान्हा के मोहक रूप के दर्शन को यहां पहुंचते हैं लेकिन मनी एक्सचेंजर के हाथों लुट जाते हैं। आरबीआइ के लाइसेंस के बिना ही सैकड़ों लोग इस धंधे में संलिप्त हैं, जबकि लाइसेंसधारियों की संख्या जिले में आधा दर्जन ही है।
कान्हा की अद्भुत लीलाएं विदेशियों को यहां तक खींच कर ला रही हैं। यहां आने पर वह क्रेडिट कार्ड का प्रयोग तो करते ही हैं, इसके अलावा डॉलर, यूरो, पौंड, दिरहम भी साथ लेकर आते हैं। लंबे समय से यहां रह रहे विदेशी भी अपने बैंक खातों में विदेशी मुद्रा मंगा कर उसके बदले भारतीय मुद्रा ले रहे हैं।
टूरिस्ट वीजा पर यहां आने वाले विदेशियों की मुद्रा को एक्सचेंज करने के लिए आरबीआइ से मथुरा-वृंदावन में आधा दर्जन लोगों ने लाइसेंस ले रखा है। विदेशों से व्यापार करने वाले कुछ व्यापारियों ने भी मनी एक्सचेंज का लाइसेंस ले रखा है।
वे तो विदेशी मुद्रा को एक्सचेंज कर ही रहे हैं, पर बिना लाइसेंस के भी विदेशी मुद्रा के बदले भारतीय मुद्रा देने के कारोबार में इससे कई गुना लोग सक्रिय हैं। कारोबार से जुड़े सूत्रों के अनुसार सैकड़ों लोग इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। एनआरआइ (अप्रवासी भारतीय) से गहरे ताल्लुक रखने वाले ये अवैध मनी एक्सचेंजर विदेशियों से वहीं की मुद्रा ही लेकर आने को कहते हैं।
उनको यह बताया जा रहा है कि विदेशी मुद्रा चोरी नहीं होगी। उनको भारतीय मुद्रा यहीं मुहैया करा दी जाएगी। अवैध मनी एक्सचेंजर होटल, मंदिर, आश्रमों में ठहरने वाले विदेशियों से पांच से दस फीसद तक कमीशन लेकर मनी एक्सचेंज कर रहे हैं।
एयरपोर्ट पर भी सक्रिय एजेंट
दिल्ली और आगरा के एयरपोर्ट पर भी अवैध मनी एक्सचेंज करने वालों के एजेंट सक्त्रिय हैं। मथुरा-वृंदावन आने वाले विदेशियों को उनके एजेंट एयरपोर्ट से ही गाड़ियां उपलब्ध कराकर सीधे उनके हाथ में सौंप देते हैं। वे उनके लिए गाइड का काम करने के साथ ही अवैध तरीके से मनी एक्सचेंज करने का भी धंधा कर रहे हैं। ये रोजाना ही अपनी गाड़ियां भी एयरपोर्ट पर भेज रहे हैं।
नहीं लेते कागजात
एक बैंक के अधिकारी ने बताया कि विदेशी मुद्रा का एक्सचेंज आरबीआइ का लाइसेंस रखने वाले ही कर सकते हैं। मनी एक्सचेंज करने से पहले वह विदेशियों की पूरी जानकारी से जुड़े कागजात लेने के बाद ही विदेशी मुद्रा के बदले में भारतीय मुद्रा दे सकते हैं।
बिना कागजात लिए बदलते हैं मुद्रा
आरबीआइ का लाइसेंस लिए बिना ही मनी एक्सचेंज का अवैध कार्य कर रहे लोग विदेशियों से कोई कागज भी नहीं लेते। वे सिर्फ मोटा कमीशन लेने के बाद विदेशी मुद्रा को भारतीय मुद्रा में बदल रहे हैं।
ऐसे खपती है विदेशी मुद्रा
अवैध तरीके से विदेशी मुद्रा को एक्सचेंज करने के काम में संलिप्त लोगों के कहीं न कहीं लाइसेंस रखने वालों से गहरे ताल्लुक हैं। सूत्र बताते हैं कि विदेशियों से मुद्रा एक्सचेंज के दौरान मांगे गए कागजात में हेराफेरी विदेशी मुद्रा गाइड करके विदेशी मुद्रा को खपाया जाता है।
Indian Currency डॉलर को टक्कर देने के लिए इंडिया ने बनाया बिग प्लान, अमेरिका भी हैरान
Indian Currency: अमेरिकी डॉलर को टक्कर देने के लिए भारत सरकार ने एक बिग प्लान तैयार किया है। भारत के इस प्लान को जानकर अमेरिका भी हैरानी में है।
by Mahesh Kumar Shiva
Indian Currency अमेरिकी विदेशी मुद्रा गाइड डॉलर की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। वर्तमान समय में अमेरिकी डॉलर करीब 82 रुपये का है। अमेरिकी डॉलर को टक्कर देने के लिए भारत सरकार ने विदेशी मुद्रा गाइड एक बिग प्लान तैयार किया है। भारत के इस प्लान को जानकर अमेरिका भी हैरानी में है।
Indian Currency
पिछले दिनों डॉलर के मुकाबले रुपये में काफी गिरावट देखने को मिली है। जिसके बाद रुपये को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इन्हीं कदमों में से एक केंद्र सरकार की ओर से इंटरनेशनल ट्रेड का फैसला भी लिया गया है।
दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए अमेरिकी डॉलर को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती रही है। हालांकि अब मोदी सरकार ने इसी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर फैसला लिया है और भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार भारतीय रुपये में करने की संभावना तलाश रहा है। इसके लिए भारत कुछ देशों से लगातार बातचीत भी कर रहा है। इस बीच कुछ देशों ने रुपये में व्यापार करने में सहमति भी जता दी है।
भारत उन देशों को तलाश रहा है, जिनके पास डॉलर की कमी है। इस क्रम में श्रीलंका अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल करने पर सहमत हो गया है। सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका ने कहा कि वह भारतीय रुपये को श्रीलंका की विदेशी मुद्रा के रूप में नामित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंजूरी का इंतजार कर रहा है।
श्रीलंकाई बैंकों ने भारतीय रुपये में ट्रेडिंग के लिए कथित रूप से स्पेशल वोस्ट्रो रुपी अकाउंट्स या SVRA नामक स्पेशल रुपी ट्रेडिंग अकाउंट खोला है। इसके साथ ही श्रीलंका और भारत के नागरिक एक दूसरे के बीच अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन के लिए अमेरिकी डॉलर की बजाय भारतीय रुपये का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं भारत के इस कदम से अमेरिका भी हैरान है और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जरूर भारत के इस फैसले पर नजर बनाकर रख सकते हैं।
रूस भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो सकता है जो कि आने वाले दिनों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल करे। इसके अलावा भारत ताजिकिस्तान, क्यूबा, लक्समबर्ग और सूडान समेत कई दूसरों देशों में भी रुपये में कारोबार करने के अवसर तलाश रहा है। वहीं रुपये के अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बनने से उम्मीद है कि भारत का व्यापार घाटा कम होगा और वैश्विक बाजार में इसे मजबूत करने में मदद मिलेगी।
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