Best Investment Options : ऐसे बनाये पैसे से पैसा, जानिए कहां निवेश करना होगा ज्यादा फायदेमंद?
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(More Money In Less Time) मिले तो हर इंसान खुश ही नजर आता है. वहीं Investment के जरिए कम
समय में भी अच्छा पैसा कमाया (Earn Money) जा सकता है. अगर आप भी कम Time में ज्यादा पैसा कमाना
चाहते हैं तो कुछ Investment Options पर ध्यान दे सकते हैं. आज आइए जानते हैं ऐसे Short Term
Investment Option के बारे में जिनमें निवेश कर कम वक्त में ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है…
लिक्विड फंड्स (Liquid Funds):
बता दें की आप अपने पैसे को Liquid Funds में निवेश यानि Investment कर सकते हैं. इन फंडों में निवेश बचत
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खाते की तुलना में थोड़ा अधिक रिटर्न (Slightly Higher Returns Than Investment Savings Account)
दे सकता है क्योंकि वे 91 दिनों में परिपक्व होने वाली Money Market Securities में निवेश करते हैं।
ये निवेश सुरक्षित हैं, इसलिए आप किसी भी समय Entry और Exit कर सकते हैं. Liquid Funds पर टैक्स के बाद
रिटर्न 4% से 7% के बीच होता है. Liquid Funds का इस्तेमाल कम से कम एक दिन से लेकर 90 दिनों तक के
लिए पैसा जमा करने के लिए किया जा सकता है. आपको बता दें की Liquid Funds शायद ही कभी अपने नेट
एसेट वैल्यू (Net Asset Value- NAV) में गिरावट देखते हैं. जैसे ही आप इसे भुनाते हैं, पैसा आपके Bank
Account में दो से तीन पैसा निवेश करना कहाँ लाभदायक है कारोबारी दिनों (Business Days) के भीतर जमा कर दिया जाता है।
अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड (Ultra Short Duration Funds):
आपको बता दें की Ultra Short Duration Funds एक Debt Fund है जो कंपनियों को 3 से 6 महीने की
अवधि के लिए उधार देता अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड (Ultra Short Duration Funds):है. चूंकि इन Ultra Short Duration Funds की लोन अवधि कम होती है, इसलिए
इनमें Liquid Funds की तुलना में थोड़ा अधिक जोखिम (Slightly Higher Risk) होता है, लेकिन ये अभी भी
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निवेश करने के लिए सबसे कम जोखिम यानि Risk वाली योजनाओं में से है. वे उन लोगों के लिए आदर्श हैं जो कुछ
हफ्तों से लेकर कुछ महीनों के लिए पैसे अलग रखना चाहते हैं. कम से कम तीन महीने के लिए निवेश यानि
Investment करने वाले निवेशकों (Investors) के पास पैसा खोने का जोखिम (Risk) शून्य के करीब होगा।
मनी पैसा निवेश करना कहाँ लाभदायक है मार्केट फंड (Money Market Funds):
जोखिम यानि Risk के मामले में ये Money Market Funds उद्योग में उपलब्ध सबसे कम जोखिम वाले उत्पाद
हैं. आमतौर पर Money Market Funds अल्पकालिक सरकारी उपकरणों जैसे Call Money Market,
Commercial Paper, Treasury Bill और तीन महीने और एक साल के बीच मैच्योरिटी वाली Bank CD में
निवेश करते हैं. Default और Interest Rate में उतार-चढ़ाव का जोखिम न्यूनतम (Risk Minimum) है।
पोस्ट ऑफिस सावधि जमा (Post Office Term Deposits):
आपको बताते चलें की Post Office Term Deposits आपके घर के पास के किसी भी Post Office में एक
साल के लिए खोले जा सकते हैं. भारत सरकार यानि Government Of India इन FD यानि Fixed
Deposit पर बैंक FD की तरह पूरी तरह से गारंटी देती है. इनमें एक साल का लॉक-इन है।
Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें
Investment Plan: म्यूचुअल फंड में आपको रिस्क तो उठाना पड़ सकता है, लेकिन यह शेयर मार्केट की तुलना में बहुत कम होता है. म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट्स अलग-अलग स्टॉक में छोटी मात्रा में निवेश करते हैं.
Mutual Funds vs Share Market: आजकल के समय में हर व्यक्ति शेयर मार्केट में निवेश करना चाहता है. शेयर मार्केट में निवेश करने का दो तरीका है. पहला कि निवेशक अपना एक डीमैट अकाउंट खोलें और इसके जरिए बाजार में निवेश करें. दूसरे तरीके में आपको म्यूचुअल फंड में एसआईपी की मदद से लंबे वक्त में मोटा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
दोनों तरीकों में आपके पैसे बाजार जोखिमों में आते हैं तो इनमें से किसमें निवेश करना ज्यादा सही माना जाता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी बाजार को लेकर समझ कितनी है. अगर आप सही जानकारी और समझ के साथ पैसे नहीं निवेश करेंगे तो आपके पैसे डूब जाएंगे.
अगर आप शेयर मार्केट की चाल को समझते हैं और मार्केट की उठापटक को संभाल सकते हैं तो आपको लिए शेयर मार्केट में सीधे पैसे लगाना फायदेमंद हो सकता है. स्टॉक में निवेश करने के लिए आपको पास डीमैट अकाउंट जरूर होना चाहिए.
शेयर मार्केट में आप कहां पैसे लगाना चाहते हैं यह सिर्फ आपका निजी फैसला होगा, लेकिन कहीं भी पैसे लगाने से पहले मार्केट एक्सपर्ट्स से जानकारी लेना बहुत जरूरी है. इसमें आपको ज्यादा रिटर्न और ज्यादा रिस्क मिल सकता है.
वहीं बात करें म्यूचुअल फंड की तो इसमें आपको रिस्क उठाना पड़ता है, लेकिन यह शेयर मार्केट की तुलना में बहुत कम होता है. आपके पैसों को म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट्स अलग-अलग स्टॉक में छोटी मात्रा में निवेश करते हैं. इससे आपके पैसे डूबने का रिस्क कम होता हैं और पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन आता है.
अगर आप ज्यादा रिस्क उठाकर ज्यादा रिटर्न पाने के लिए तैयार हैं तो आप शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं, मगर आप छोटे निवेश करके लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं तो आपके लिए म्यूचुअल फंड में निवेश एक बेहतर ऑप्शन है.
Tags: Mutual Funds Share Market Investment investment tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
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Investment Tips: महिलाओं के लिए बेस्ट हैं ये दो स्कीम, कम निवेश में होगा लाखों का फायदा
सभी अपने फ्यूचर के लिए इन्वेस्ट करते ही हैं। मेल इन्वेस्टर्स रियल एस्टेट, स्टॉक मार्केट और म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं। वैसे ही फीमेल इन्वेस्टर्स गोल्ड और फिक्स्ड डिपॉजिट में ज्यादा इन्वेस्ट करना पसंद करती हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कौन सा इन्वेस्ट महिलाओं के लिए है बेस्ट।
महिलाएं कहां इन्वेस्ट करना पैसा निवेश करना कहाँ लाभदायक है पसंद करती हैं
रिपोर्ट्स की मानें तो अधिकतर महिलाएं गोल्ड और फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्ट करना काफी ज्यादा पसंद करती हैं। इसके अलावा आज कल महिलाएं रियल एस्टेट, स्टॉक मार्केट और म्यूचुअल फंड में भी इन्वेस्ट करती हैं।
म्यूचुअल फंड में होता है फायदा
जिन भी महिलाओं को म्यूचुअल फंड के बारे मे अच्छे से पता है वह आसानी से म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर काफी पैसे कमा सकती हैं। म्यूचुअल फंड में भी कई प्रकार होते हैं।
इक्विटी म्यूचुअल फंड
इक्विटी फंड म्यूचुअल फंड की वो स्कीम है, जो खासकर शेयर्स/कंपनी के स्टॉक में निवेश करती है। इन्हें ग्रोथ फंड भी कहा जाता है। इसमें आप आसानी से पैसे निवेश कर सकते हैं।
डेट म्यूचुअल फंड
अगर आप अधिकतम तीन साल तक के लिए निवेश करना चाहते हैं और रिस्क लेने को तैयार नहीं हैं तो फिर आपके सामने पहला विकल्प 'फिक्स्ड डिपॉजिट' का है। लेकिन अगर फिक्स्ड डिपॉजिट से थोड़ा ज्यादा रिटर्न चाहते हैं तो फिर डेट फंड में निवेश कर सकते हैं।
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड
हाइब्रिड फंड भी एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो एक ही फंड के अंदर कई एसेट क्लास में निवेश करता है। इसमें इन्वेस्ट करना काफी फायदे का सौदा हो सकता है।
महिलाएं सोने में इन्वेस्ट कर सकती हैं
सर्वे के अनुसार यह देखा गया है कि महिलाएं सोने में काफी ज्यादा इन्वेस्टर्स करती हैं। युवा पीढ़ी की महिलाएं भी गोल्ड में इन्वेस्ट करना पसंद करती हैं।
वहीं आज कल की युवा महिलाओं की बात करें तो वह अपनी बचत सुरक्षित और कम जोखिम वाले निवेश विकल्पों में चुनना चाहती हैं।
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Varanasi: विशेषज्ञों ने बताए निवेश और मुनाफा कमाने का तरीका, मिराए एसेट और अमर उजाला की ओर से आयोजन
मिराए एसेट और अमर उजाला की ओर से होटल रीजेंसी में निवेशक जागरूकता कार्यक्रम एमएफ मंत्रा का आयोजन हुआ। इसमें विशेषज्ञों ने म्यूचुअल फंड और एसआईपी के फायदे बताए।
बचत करना सभी के लिए जरूरी है। अभी से बचत किए पैसे ही हमें भविष्य में काम आते हैं। बचत करने के लिए किसी के बहकावे में आने की आवश्यकता नहीं है। सुनहरे भविष्य के लिए अभी से बचत करना शुरू कर देना चाहिए। यह कहना दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया की पूर्व अध्यक्ष सुदेशना बसु का।
वह शनिवार को मिराए एसेट और अमर उजाला की ओर से होटल रीजेंसी में आयोजित निवेशक जागरूकता कार्यक्रम एमएफ मंत्रा में निवेश का मंत्र दे रही थीं। सुदेशना बसु ने कहा कि लोग आज भी बचत के वही पुराने तरीके अपना रहे हैं। गहने, जमीन, फिक्स डिपॉजिट आदि में पैसे अधिक लगते हैं जबकि म्यूचुअल फंड पैसा निवेश करना कहाँ लाभदायक है और एसआईपी में निवेश सुरक्षित है।
पैसे भी कम लगते हैं। मिराए एसेट के यूपी और उत्तराखंड के रीजनल हेड प्रत्यूष सिंह ने कहा कि पांच साल या उससे ऊपर की जो योजनाएं हैं, उनमें निवेश ज्यादा फायदेमंद होता है। बचत के तरीके बताए। साथ ही निवेश के लिए म्यूचुअल फंड और एसआईपी आदि की बारीकियों को आसान भाषा में समझाया।
वाराणसी के शाखा प्रबंधक विनायक कुमार मिश्रा ने भी जानकारी दी। इससे पहले अकथा पहड़िया के पंकज सिंह ने निवेश पर अपना फीडबैक दिया और कहा कि निवेश से खूब मुनाफा हुआ है। इस मौके पर डॉ आनंद प्रभा सिंह, डॉ प्रतिभा यादव, राजेश भाटिया व राहुल मेहता सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
म्यूचुअल फंड में यदि एक हजार रुपये निवेश करते हैं तो कम समय में कितना पैसा मिलेगा. - रुद्रेश मिश्रा
- कम से कम का कोई भरोसा नहीं होता। ऐसे अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। पांच साल का समय दीजिए और अधिक लाभ के लिए इक्विटी फंड में निवेश कीजिए।
एक निवेशक के लिए म्यूचुअल फंड सही है या बीमा.?-संतोष मिश्रा
- पहले तो यह जानिए कि दोनों अलग हैं। बीमा में निवेश शामिल होता है। निवेश हमेशा लक्ष्य पर निर्धारित होता है। पैसों से संबंधित लाभ के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर होता है।
रोजमर्रा की कमाई करने वाले लोग निवेश कैसे करें? -अजीत मिश्रा
- ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाना होगा।। शिक्षित लोग ही निवेश करेंगे।
विस्तार
बचत करना सभी के लिए जरूरी है। अभी से बचत किए पैसे ही हमें भविष्य में काम आते हैं। बचत करने के लिए किसी के बहकावे में आने की आवश्यकता नहीं है। सुनहरे भविष्य के लिए अभी से बचत करना शुरू कर देना चाहिए। यह कहना दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया की पूर्व अध्यक्ष सुदेशना बसु का।
वह शनिवार को मिराए एसेट और अमर उजाला की ओर से होटल रीजेंसी में आयोजित निवेशक जागरूकता कार्यक्रम एमएफ मंत्रा में निवेश का मंत्र दे रही थीं। सुदेशना बसु ने कहा कि लोग आज भी बचत के वही पुराने तरीके अपना रहे हैं। गहने, जमीन, फिक्स डिपॉजिट आदि में पैसे अधिक लगते हैं जबकि म्यूचुअल फंड और एसआईपी में निवेश सुरक्षित है।
पैसे भी कम लगते हैं। मिराए एसेट के यूपी और उत्तराखंड के रीजनल हेड प्रत्यूष सिंह ने कहा कि पांच साल या उससे ऊपर की जो योजनाएं हैं, उनमें निवेश ज्यादा फायदेमंद होता है। बचत के तरीके बताए। साथ ही निवेश के लिए म्यूचुअल फंड और एसआईपी आदि की बारीकियों को आसान भाषा में समझाया।
वाराणसी के शाखा प्रबंधक विनायक कुमार मिश्रा ने भी जानकारी दी। इससे पहले अकथा पहड़िया के पंकज सिंह ने निवेश पर अपना फीडबैक दिया और कहा कि निवेश से खूब मुनाफा हुआ है। इस मौके पर डॉ आनंद प्रभा सिंह, डॉ प्रतिभा यादव, राजेश भाटिया व राहुल मेहता सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
सुदेशना बसु व प्रत्यूष सिंह ने दिए सवालों के जवाब
म्यूचुअल फंड में यदि एक हजार रुपये निवेश करते हैं तो कम समय में कितना पैसा मिलेगा. - रुद्रेश मिश्रा
- कम से कम का कोई भरोसा नहीं होता। ऐसे अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। पांच साल का समय दीजिए और अधिक लाभ के लिए इक्विटी फंड में निवेश कीजिए।
एक निवेशक के लिए म्यूचुअल फंड सही है या बीमा.?-संतोष मिश्रा
- पहले तो यह जानिए कि दोनों अलग हैं। बीमा में निवेश शामिल होता है। निवेश हमेशा लक्ष्य पर निर्धारित होता है। पैसों से संबंधित लाभ के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर होता है।
रोजमर्रा की कमाई करने वाले लोग निवेश कैसे करें? -अजीत मिश्रा
- ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाना होगा।। शिक्षित लोग ही निवेश करेंगे।
आइए समझें टैक्स सेविंग वाले म्यूचुअल फंड का निवेश क्यों है सबसे फायदेमंद
ELSS ईएलएसएस ऐसे म्यूचुअल फंड होते हैं, जिनका सर्वाधिक भाग (65% से अधिक) शेयरों (equity) में और इक्विटी लिंक्ड सिक्योरिटीज में निवेश कि जाता है. साथ ही इसका एक हिस्सा फिक्स्ड इंकम प्रतिभूति (fixed-income securities) आदि में भी लगाया जाता है.
म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प.
म्यूचुअल फंड में निवेश आज की तारीख में सबसे बेहतर निवेश माना जा रहा है. कारण सिर्फ यह है कि अगर कोई भी नौकरीपेशा या बिजनेसमैन यह चाहता है कि वह अपने काम के साथ अपने पैसे को बढ़ाना चाहता है और उस पर ज्यादा सोच विचार का समय नहीं है तब म्यूचुअल फंड का निवेश उसके सामने एक अच्छा विकल्प है. साथ ही ऐसे निवेशकों के लिए यह सबसे उपयोगी जो बाजार के उतार-चढ़ाव को तो समझते हैं मगर उससे सीधे जुड़े नहीं रह पाते हैं. नौकरी या बिजनेस उन्हें इतना वक्त नहीं देता कि वे बाजार की चाल के साथ निवेश कर सकें और अपना पैसा सही समय में निकाल सकें. ऐसे लोगों के लिए म्यूचुअल फंड शानदार मौका उपलब्ध कराता है जिससे वे अपने पैसे का ज्यादा रिटर्न ले सकें.
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म्यूचुअल फंड में एक फंड टैक्स सेविंग फंड भी होता है जिसे आम तौर पर ELSS (Equity Link Saving scheme) कहते हैं. चूंकि यह एक टैक्स सेविंग स्कीम है तो इसके साथ कुछ पाबंदियां भी आती हैं. यानि इस योजना में कुछ लॉकिन इन समय है. इससे साफ है कि इस दौरान आप निवेश की गई राशि को निकाल नहीं सकते हैं. अमूमन यह लॉकइन समय कम से कम तीन साल का होता है.
ELSS ईएलएसएस ऐसे म्यूचुअल फंड होते हैं, जिनका सर्वाधिक भाग (65% से अधिक) शेयरों (equity) में और इक्विटी लिंक्ड सिक्योरिटीज में निवेश कि जाता है. साथ ही इसका एक हिस्सा फिक्स्ड इंकम प्रतिभूति (fixed-income securities) आदि में भी लगाया जाता है.
चूंकि इनमें निवेश लॉकइन समय के साथ पैसा निवेश करना कहाँ लाभदायक है आता है. तो सरकार की ओर से आयकर की धारा 80 सी के तहत टैक्स में छूट का लाभ लिया जा सकता है. यह साफ करना भी जरूरी है कि इस सेक्शन के तहत केवल 150000 रुपये सालाना ही टैक्स में छूट का दायरा है. क्योंकि यहां पर टैक्स में छूट के साथ कमाई भी हो रही है तभी इसे टैक्स सेविंग स्कीम भी कहा जा रहा है.
जानकारी के लिए बता दें कि आयकर के सेक्शन 80 सी के तहत कुछ अन्य निवेश और खर्च भी आते हैं. इनमें EPF, PPF, NSC, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम, सुकन्या समृद्धि योजना, पैसा निवेश करना कहाँ लाभदायक है जीवन बीमा आदि भी सम्मिलित हैं. टैक्स की लिमिट में इन सभी को शामिल किया जाता है.
टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड या ELSS की मुख्य बातों को ऐसे समझें
टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड या कहें म्यूचुअल फंड एक प्रकार से कई लोगों के पैसे को इकट्ठा कर बाजार में निवेश किया जाता है. नाम से ही साफ हो जाता है कि जिस भी कंपनी के माध्यम से हम निवेश कर रहे हैं वह कंपनी पैसे एकत्र कर निवेश करती है. कंपनी के पास अपने फंड मैनेजर होते हैं जो हमेशा बाजार की चाल पर नजर रखते हैं और निवेश करने में बेहतर रिटर्न के साथ पैसे की सुरक्षा के दोनों पहलुओं पर गौर करते हैं. यहां यह भी साफ कर देना उतना ही जरूरी है जितना किसी बात की गारंटी देने के लिए जरूरी होता है. बाजार में किया गया निवेश हमेशा एक रिस्क या कहें जोखिम के साथ होता है. सो जो इस बात को रिस्क वहन करना जानते हैं तब आप बाजार से जुड़े किसी फंड में पैसा निवेश करना कहाँ लाभदायक है निवेश करें.
फंड मैनेजर ये निवेश सरकारी बॉन्ड, कंपनियों के सावधि जमा, शेयर या फिर सोना आदि में करते हैं या कहें जैसे जरूरत और समय है उसमें निवेश किया जाता है. ये फंड मैनेजर की सूझबूज के साथ ही तय हो जाता है कि पैसा कितना बढ़ेगा. साथ ही यह वही तय करता है कि कब निवेश करना है और कब निकाल लेना है.
रिटर्न की संभावना कितनी है म्यूचुअल फंड में
इस सवाल का जवाब सटीक नहीं होता. इसके लिए कहा जा सकता है कि सड़क पर चलती गाड़ी की स्पीड कितनी होगी. कोई बता सकता है. नहीं. सड़क कैसी है, ड्राइवर कैस है और ट्रैफिक कैसा.. कई कारक सड़क पर गाड़ी की स्पीड तय करते हैं. वैसे टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड भी शेयरों में ही निवेश करता है इसलिए इसमें से सबसे ज्यादा पैसा बनने की उम्मीद है. वैसे भी भारत की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ दशकों से लगातार प्रगति कर रही है. विदेशी निवेशकों से लेकर विदेशी कंपनियों ने यहा पर निवेश और विनिर्माण में रुचि दिखाई है और यह लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में आने वाले 20 सालों में भारत का भविष्य उज्ज्वल है और निवेश का प्रतिफल लाभदायक ही होने की उम्मीद है. हम फिर एक बार गारंटी नहीं ले रहे हैं. याद रखें बाजार की अपनी चाल होती है. आंकड़ों पर गौर किया जाए तो कई म्यूचुअल फंड ने पिछले दो दशकों में 21 प्रतिशत सालाना का रिटर्न भी दिया है. कहा तो यह भी जाता है कि MF के सामने सोना भी फीका साबित हुआ है. कुछ तो यह भी कहते हैं कि प्रॉपर्टी का निवेश भी कमतर रहा है.
इसीलिए अगर आप चाहते हैं कि आपके tax saving investment से सबसे ज्यादा कमाई हो तो टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड यानी ELSS में पैसे लगाएं।
म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए किस्तों में भी निवेश कर सकते हैं
म्यूचुअल फंड में एकमुश्त और SIP की सुविधा होती है. एसआईपी के जरिए आपको निवेश करने में सुविधा होती है. आप महीने की किसी एक तारीख में एक निश्चित रकम निवेश कर सकते हैं. अब इन एसआईपी के लिए बैंक खाते से हर महीने अपने आप पैसे कट जाते हैं. पैसे अलग अलग महीने में कटती है तो ऐसे में आपके म्यूचुअल फंड के खाते में भी अलग अलग समय पर यूनिट की खरीद होती है. इससे यह फायदा होता है कि बाजार के उतार चढ़ाव को यह संभाल लेता है.
अंत में बस एक बात. अभी तक देखा गया है कि पिछले दो दशकों में शेयर बाजार वाले म्यूचुअल फंड में निवेश पर कम से कम 11 प्रतिशत सालाना का रिटर्न मिला है वहीं टैक्स सेविंग में 18 प्रतिशत तक का रिटर्न प्राप्त हुआ है. बाजार ने पिछले दो दशकों में देश की तरक्की के साथ खासी मजबूती भी हासिल की है और निरंतर प्रगति के ओर बढ़ रहा है. यह अलग बात है कि बाजार हमेशा जोखिम से भरा होता है इसलिए बाजार से जुड़े किसी भी निवेश में केवल उसी व्यक्ति को निवेश करना चाहिए जो यह रिस्क लेने को तैयार है.
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