यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान
यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान, जिसे आमतौर पर यूलिप पॉलिसी के रूप में जाना जाता है, निवेश और बीमा कवर का एक पूरा पैकेज है जो धन बढ़ाने में मदद करता है। आमतौर पर, यूलिप पारदर्शी और लचीले होते हैं, जिससे व्यक्ति को आवश्यकता के अनुसार अपनी योजना को अनुकूलित करने की अनुमति मिलती है। यह आपको बीमा कवरेज प्रदान करता है और आपको योग्य निवेश विकल्पों में अपने प्रीमियम का एक हिस्सा निवेश करने की अनुमति देता है जिसमें स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड और बहुत कुछ शामिल हैं। यूलिप इंश्योरेंस में निवेशक अपने निवेश को ऋण से इक्विटी में स्वैप कर सकते हैं और इसके विपरीत स्तंभ से पोस्ट तक चलने या दंडित होने की चिंता किए बिना भी कर सकते हैं।
यूलिप प्लान पहली बार 1971 में यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया द्वारा पेश किए गए थे और तब से इन योजनाओं को भारतीय बीमा बाजार द्वारा सराहा गया है।
आज, अधिक प्रदाताओं ने यूलिप योजनाओं के खेल में टैप किया है और न्यूनतम शुल्क पर नए युग की सुविधाओं के साथ ऐसी योजनाओं की पेशकश करके अपने ग्राहकों की जरूरतों को सफलतापूर्वक पूरा कर रहे हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, बजाज लाइफ, एचडीएफसी सहित सभी प्रमुख बीमा कंपनियां भारतीय उपभोक्ताओं को यूलिप प्लान के असंख्य ऑफर करती हैं।
आइए खरीदारी का निर्णय लेने से पहले यूलिप प्लान की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
यूलिप प्लान का महत्व क्या है?
यूलिप प्लान आपको 18 साल की उम्र में जल्दी निवेश करने की अनुमति देता है। जब कोई पॉलिसीधारक यूलिप प्लान के लिए नियमित प्रीमियम का भुगतान करता है, तो बीमाकर्ता जीवन बीमा कवर के लिए इसके एक हिस्से का उपयोग करता है। शेष राशि का उपयोग विभिन्न ऋण और इक्विटी निवेशों के लिए किया जाता है, इस प्रकार आपके रिटायरमेंट के बाद के जीवन को वित्तीय रूप से समर्थन देने के लिए पर्याप्त धन जमा होता है। ऐसी योजनाओं का सबसे अनिवार्य हिस्सा यह है कि पॉलिसीधारक लॉक-इन अवधि के बाद किसी भी समय पॉलिसी का कार्यकाल निर्धारित कर सकता है और बाहर निकल सकता है। यूलिप रिटायर होने और रिटायरमेंट के बाद जीवन का आनंद लेना शुरू करने का निर्णय लेने की सुविधा प्रदान करता है।
यूलिप प्लान की बेहतर समझ के लिए यहां एक उदाहरण दिया गया है।
30 साल के कमल अपनी पत्नी के साथ यात्रा करने ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है के लिए पर्याप्त धन के साथ 60 साल की उम्र में रिटायर होना चाहते हैं। वह नियमित और संभावित खर्चों जैसे कि घरेलू आवश्यक वस्तुओं, चिकित्सा बिलों, क्षति और मरम्मत आदि के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं, इस प्रकार, उन्होंने अनुमान लगाया कि सेवानिवृत्ति के बाद एक स्वतंत्र और आरामदायक जीवन जीने के लिए लगभग 5 करोड़ रुपये की आवश्यकता होनी चाहिए। कमल अब लगभग 15,000 रुपये के मासिक प्रीमियम के साथ यूलिप प्लान का विकल्प चुन सकते हैं। अपनी सेवानिवृत्ति के समय 60 वर्ष की आयु पर, वह अपनी आवश्यकताओं के आधार पर नियमित आय या एकमुश्त के रूप में रिटर्न प्राप्त करने का निर्णय ले सकता है। यूलिप प्लान आपको लाइफ़ कवर सुरक्षा प्रदान करते हुए आपके प्रीमियम को अपनी पसंद के फ़ंड के प्रकार में निवेश करके काम करते हैं।
यह कैसे काम करता है?
यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान के लिए आपके द्वारा भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम का उपयोग धन और जीवन बीमा बनाने के लिए किया जाता है। प्लान के शुरुआती वर्षों में, प्लान के ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है खर्चों के लिए प्रीमियम की एक बड़ी राशि का उपयोग किया जाता है। बाद में, प्रीमियम को दो अलग-अलग खंडों में विभाजित किया जाता है- निवेश और बीमा।
आपकी पसंद के फंड में निवेश की गई राशि के लिए इकाइयां जारी की जाती हैं; यह ऋण, इक्विटी या दोनों का संयोजन हो सकता है। इकाइयों का आवंटन मूल निधि के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। शुरुआती 2 से 3 प्लान वर्षों में, उच्च खर्चों की कटौती के कारण, फंड का मूल्य कम रहेगा। इसके अलावा, मृत्यु दर में भी मासिक रूप से कटौती की जाएगी। यह किसी व्यक्ति को जीवन बीमा प्रदान करने के लिए बीमा राशि है और आपके द्वारा चुने गए फंड मूल्य के रूप में बदल जाएगी। इन फंडों के रखरखाव के लिए, एक राशि जिसे फंड प्रबंधन शुल्क के रूप में संदर्भित किया जाता है, काट लिया जाएगा।
ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है?

ULIP इकाईबद्ध बीमा योजना का नाम है| यह एक ऐसी जीवन बीमा पॉलिसी है जिसका एक निवेश अवयव भी है जो विभिन्न वित्तीय बाज़ारों में निवेशित होता है| निवेशित अवयव जिस प्रकार का प्रतिफल उत्पन्न करता है, वो पॉलिसी का मूल्य निर्धारित करता है| हालांकि, पॉलिसी धारक की मृत्यु पर मिलने वाली बीमाकृत राशि बाज़ार के कार्य अधिकार की देन हो, ऐसा ज़रूरी नहीं है- मिलने वाली न्यूनतम राशि अप्रभावित रह सकती है| दूसरे शब्दों में, ULIP एक हाइब्रिड उत्पाद है, एक संकरित उत्पाद, बीमा और निवेश का का ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है सम्मिश्रण|
ULIP का निवेश घटक/अवयव म्यूच्यूअल फंड से काफी मिलता–जुलता है|
१. दोनों प्रबंधित निवेश हैं|
२. दोनों में ही पेशेवरों की टीम है जो निवेश का प्रबंधन करती है और निर्दिष्ट उद्देश्यों को मद्देनज़र रख राशि निवेश करती है|
३. खरीद पर निवेशक को इकाइयां आवंटित होती हैं और समय-समय पर प्रति इकाई NAV (नेट एसेट वैल्यू) घोषित होती रहती है|
चूंकि ULIP एक बीमा पॉलिसी है, नियमित प्रीमियम/क़िस्त न चुका पाने की सूरत में जोखिम कवर ( सुरक्षा) रद्द हो जाती है|
म्यूच्यूअल फंड में, NAV के आंकलन के पहले ही सारे खर्चों की मूल्य वसूली हो जाती है जबकि ULIP में कुछ खर्चे म्यूच्यूअल फंड की तरह ही वसूले जाते हैं और कुछ खर्चों को निवेशक के खाते से कुछ इकाइयों को रद्द कर वसूला जता है|
ULIP के उत्पाद में, एक से ज्यादा फंड विकल्प उपलब्ध हो सकते हैं और निवेशक एक से दूसरे में बदलने के लिए आज़ाद है| हालांकि, कुछ स्कीमें एक साल में कितने बदलाव संभव हैं, इस पर अंकुश भी रखती हैं| म्यूच्यूअल फंड की व्यवस्था में आपके पास एक फंड से दूसरे फंड में कितनी भी बार बदलने की अनुमति होती हैं, लेकिन निकासी भार लागू होगा कि नहीं ये इस बात पर निर्भर है कि किस स्कीम से निकला जा रहा है|
यूलिप क्या है, यह म्यूचुअल फंडों से कैसे अलग होता है?
पहले के यूलिप में एजेंटों का कमीशन बहुत मोटा था. प्रीमियम की पहली किस्त का करीब-करीब 60 फीसदी इंश्योरेंस एजेंटों की जेब में जाता था. यही कारण था कि इनकी गलत तरीके से बिक्री होती रही.
इंश्योरेंस सेक्टर के निजीकरण के शुरुआती वर्षों में बीमा कंपनियां और उनके एजेंट यूलिप को एक इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट के तौर पर बेचते थे.
अंत में इस तरफ बीमा नियामक इरडा की नजर गई. उसने इस पूरे खेल पर नकेल कस दी. इसके बाद कम कमीशन और ज्यादा इंश्योरेंस कवर वाले यूलिप आने शुरू हुए. तब से यूलिप में काफी बेहतरी आई है. हालांकि, आज भी इनकी गलत तरह से बिक्री की जाती है.
बैंकों के कई रिलेशनशिप मैनेजर यूलिप को बॉन्ड की तरह बेचते हैं. कुछ इंटरमीडिएरी इन्हें ऐसे म्यूचुअल फंड बताकर बेचते हैं जो पांच साल बाद गारंटीशुदा रिटर्न देते हैं. साथ ही इंश्योरेंस कवर फ्री मिलता है.
सवाल यह है कि असल में यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान या यूलिप क्या है? इसका आसान जवाब यह है कि यूलिप एक इंश्योरेंस प्रोडक्ट है जिसमें निवेश का कंपोनेंट जुड़ा है. या फिर जैसा कि कुछ इंश्योरेंस एजेंट दावा करते हैं कि ये म्यूचुअल फंड स्कीम जैसे हैं जिनमें इंश्योरेंस का फीचर भी शामिल होता है.
क्या रहा है इतिहास?
जब भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का एकछत्र राज था, तब इंश्योरेंस कवर में हमेशा सेविंग का फीचर होता था. यही कारण है कि इंश्योरेंस को अनिवार्य रूप से बचत और टैक्स सेविंग के मकसद से इस्तेमाल किया जाता था. निजीकरण से पहले इसे यह कहकर बेचा जाता था कि 'आप x राशि निवेश करेंगे तो आपको x प्लस बोनस मिलेगा. उस वक्त एनडावमेंट प्लान और सेविंग्स के साथ वाले इंश्योरेंस प्रोडक्टों का बोलबाला था.
निजीकरण के बाद इंश्योरेंस कवर निवेश के फीचर के साथ आने लगे. निवेश में कंजर्वेटिव फिक्स्ड इनकम से लेकर हाई रिस्क वाले इक्विटी तक का विकल्प दिया जाने लगा. यूलिप का यही इतिहास रहा है.
कैसे काम करते हैं ये प्लान?
आप अपने इंश्योरेंस कवर के लिए प्रीमियम देते हैं. इंश्योरेंस कंपनी इसमें से लाइफ कवर और अन्य खर्चों को काटकर बाकी का पैसा निवेश करती है. शुद्ध टर्म प्लान केवल इंश्योरेंस कवर ऑफर करते हैं और उनमें सेविंग्स या इनवेस्टमेंट का कोई तत्व नहीं होता है.
इस तरह आप बहुत कम प्रीमियम के साथ बहुत बड़ा लाइफ इंश्योरेंस कवर खरीद पाते हैं. पॉलिसी की अवधि के दौरान अगर पॉलिसीधारक की मौत हो जाती है तो नॉमिनी को बीमित राशि मिल जाती है. अगर पॉलिसी अवधि से ज्यादा कोई जीवित रहता है तो उसे कुछ नहीं मिलता है.
कुछ न मिलना और दिए गए प्रीमियम को गंवा देना ज्यादातर भारतीयों को नहीं पचता है. यही कारण है कि बीमा कंपनियों ने इंश्योरेंस के साथ सेविंग्स या निवेश वाले प्रोडक्टों को आगे बढ़ाना शुरू किया. भारतीयों ने खुशी-खुशी एनडावमेंट प्लान और यूलिप जैसे महंगे प्रोडक्टों को अपनाया.
क्या हो रणनीति?
एक बार जब आप पर्याप्त लाइफ कवर ले लें तो निवेश की जरूरतों के लिए म्यूचुअल फंडों में निवेश शुरू कर सकते हैं. इस रणनीति के फायदे हैं. पहला, आप छोटा प्रीमियम देकर पर्याप्त कवर ले पाते हैं. फिर आप अपनी म्यूचुअल फंड स्कीमों के प्रदर्शन को ट्रैक कर लेते हैं.
यह काम आप यूलिप जैसे इंश्योरेंस प्लान के साथ नहीं कर पाएंगे. अगर यूलिप प्लान का निवेश वाला हिस्सा अच्छा नहीं कर रहा है तो आप केवल दूसरे इनवेस्टमेंट ऑप्शन में स्विच कर सकते हैं. इसे पूरी तरह बेचना विकल्प नहीं है क्योंकि तब आप इंश्योरेंस कवर गंवा देते हैं. जैसे-जैसे आपकी उम्र गुजरती है, लाइफ इंश्योरेंस कवर ले पाना महंगा और जटिल होता जाता है.
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Mutual Fund क्या है? कैसे करें निवेश की शुरुआत? कितनी होगी कमाई?
म्यूचुअल फंड का यह सबसे बड़ा फायदा है कि आप ₹500 या ₹1,000 से भी SIP की शुरुआत कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी निवेश कर सकते हैं.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 04 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 04 अगस्त 2022, 6:53 PM IST)
हम सभी ने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के बारे में कभी न कभी तो सुना ही होगा. लेकिन निवेश का फैसला सभी नहीं ले पाते हैं. ये भी सच है कि अधिकतर लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. ऐसे लोग निवेश करना तो चाहते हैं, लेकिन डरते हैं कि कहीं पैसा डूब ना जाए? आज हम आपके लिए म्यूचुअल फंड से जुड़ी पूरी जानकारी लेकर आए हैं.
क्या हैं म्यूचुअल फंड?
म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है. इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर निवेश किया जाता है.
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आसान शब्दों में कहें तो म्यूचुअल फंड बहुत सारे लोगों के पैसे से बना एक फंड (Fund) होता है. यहां पर एक फंड मैनेंजर होता है, जो फंड को सुरक्षित तरीके से थोड़ा-थोड़ा करके अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी निवेश कर सकते हैं.
क्या है एैसेट मैनेजमेंट कंपनी(AMC)?
ऐसी कंपनियां विभिन्न निवेशकों के द्वारा जमा किए गए फंडों को विभिन्न जगहों जैसे इक्विटी, बॉन्ड, गोल्ड, आदि में निवेश करती हैं और इस निवेश से मिलने वाले रिटर्न को निवेशकों में फंड यूनिट्स के अनुसार बांट देती हैं. एक अच्छा फंड मैनेजर फंड को सही तरीके से निवेश कर उसपर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकता है, जिससे निवेशक को अच्छे रिटर्न प्राप्त होंगे.
किस तरह से म्यूचुअल फंड काम करता है, ध्यान से समझते हैं?
म्यूचुअल फंड का सबसे बड़ा फायदा है कि आपको निवेश करने के लिए मोटी रकम की जरुरत नहीं है. आप केवल 500 रुपये से भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं. मान लीजिए की आप कोई किसी कंपनी के स्टॉक में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन उसके एक शेयर की कीमत 25000 रुपये है. लेकिन म्यूचुअल फंड के जरिये आप ऐसी कंपनियों में केवल 500 रुपये में भी निवेश कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड तमाम निवेशकों से 500-500 रुपये जमाकर उस कंपनी में बड़ी रकम निवेश करती है.
म्यूचुअल फंड में निवेश के फायदे-
1. म्यूचुअल फंड में निवेश पर आपको यह सोचने की जरुरत नहीं होती है कि जिस कंपनी में आप निवेश कर रहे हैं, उसकी ग्रोथ क्या है, ये काम फंड मैनेजर करता है.
2. म्यूचुअल फंड का एक बड़ा फायदा होता है कि यह आपके पैसे को अलग-अलग सेक्टर और एसेट में निवेश करता है. मान कि किसी सेक्टर जैसे बैंकिंग या ऑटो सेक्टर में किसी कारणवश मंदी आ जाती है तो इससे संपूर्ण पोर्टफोलियो पर अधिक फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि इस सेक्टर में थोड़ा-सा निवेश होगा, जिससे सम्पूर्ण पोर्टफोलियो पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा.
3. म्यूचुअल फंड में आप 500 या 1000 रुपये से भी SIP की शुरुआत कर सकते हैं. आप यह भी ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है तय कर सकते हैं कि कितने अंतराल पर इसमें निवेश करेंगे. यह साप्ताहिक, मासिक, तिमाही या सालाना आधार पर हो सकता है. इस प्रकार कुछ समय के बाद आप एक बड़ी रकम जुटा सकते हैं.
म्यूचुअल फंड कैसे खरीदें?
- इसके लिए आप मोबाइल एप्प, एजेंट के माध्यम या फिर ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी की वेबसाइट पर जाकर आसानी से म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.
-आज कई ऐसे प्लेटफार्म लॉन्च हो चुके हैं, जिनके माध्यम से आप एक जगह से कई म्यूचुअल फंड की स्कीम खरीद सकते हैं. इतना ही नहीं, आप अपनी म्यूचुअल फण्ड स्कीम की ग्रोथ, रिटर्न की तुलना एवं ट्रैकिंग भी आसानी से कर सकते हैं. ऑनलाइन निवेश ने म्यूचुअल फंड को ओर आसान बना दिया है. (नोट: म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)
ULIP kya hai? : What is ULIP in Hindi | यह म्यूच्यूअल फंड है या इंश्योरेंश पॉलिसी? जाने
ULIP in Hindi: इन दिनों बहुत से निवेशक ULIP की तरफ आकर्षित हो रहे है, क्योंकि यह टू इन वन पॉलिसी है। लेकिन ज्यादातर लोग इस बात में कंफ्यूज रहते है कि ULIP इंश्योरेंस प्रोडक्ट है या म्यूच्यूअल फंड। इसलिए आज इस लेख के हम आपको बताएंगे कि ULIP Kya Hai? (What is ULIP in Hindi) इसकी विशेषताएं क्या है? (Features of ULIP in Hindi) और इसके फायदें क्या है? (Benefits of ULIP in Hindi)
ULIP in Hindi: इम दिनों बहुत से निवेशक यूलिप (ULIP) में अपना पैसा इन्वेस्ट कर रहे है क्योंकि यह ऐसा टू इन वह प्लान है जिसमें निवेश के साथ ही लाइफ कवर का भी बेनिफिट मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों में यह भ्रम रहता है कि ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है ULIP म्यूच्यूअल फंड है या इंश्योरेंस प्रोडक्ट है। इस लेख में हम आपके सारे भ्रम दूर कर देंगे और आपको विस्तार से बतएंगे की ULIP Kya Hai? (What is ULIP in Hindi) और इसके फायदें क्या है? (Benefits of ULIP in Hindi) तो चलिए समझते है कि यूलिप क्या है?
ULIP Kya Hai? | What is ULIP in Hindi
ULIP in Hindi: सबसे पहले यह जान लीजिए कि ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है ULIP Full Form - Unit Linked Insurance Plan है। यूलिप (ULIP) एक टू-इन-वन स्कीम है जो आपको म्यूचुअल फंड का इन्वेस्टर और इंश्योरेंस कवर का पॉलिसी होल्डर बनाती है। यह इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस के दो प्रोडक्ट का एक संयोजन है जहां पैसे का एक हिस्सा इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए प्रीमियम के रूप में उपयोग किया जाता है, जबकि दूसरा हिस्सा Mutual Fund Scheme में इन्वेस्ट किया जाता है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ULIP में निवेश करने से आप 1.5 रुपए तक टैक्स बेनिफिट प्राप्त कर सकते है।
सब सवाल उठता है कि ULIP म्यूच्यूअल फंड है या इंश्योरेंस प्रोडक्ट ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है है? इसका आसान जवाब यह है कि ULIP एक इंश्योरेंस प्रोडक्ट है जिसमें निवेश का कंपोनेंट जुड़ा है। हालांकि कि कुछ इंश्योरेंस एजेंट दावा करते हैं कि ये म्यूचुअल फंड स्कीम जैसे हैं जिनमें इंश्योरेंस का फीचर भी शामिल होता है। लेकिन सच तो यही है कि ULIP एक इंश्योरेंस प्रोडक्ट है जिसमें निवेश का लाभ मिलता है।
यूलिप कैसे काम करता है? | How does ULIP work?
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि यूलिप (ULIP) एक म्यूचुअल फंड और एक बीमा पॉलिसी दोनों का संयुक्त रूप है, जहां आप एक SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से निवेश करते हैं और एक साथ लाइफ कवर प्राप्त करते हैं। इस मल्टी प्रोडक्ट में कई तरह के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कॉर्पस फंड को दो भागों में डिवाइड किया जाता है।
एक हिस्से का इस्तेमाल लाइफ कवर खरीदने के लिए किया जाता है जबकि दूसरे हिस्से को इस्तेमाल इन्वेस्टर्स के लिए म्यूचुअल फंड यूनिट को एलोकेट करने के लिए किया जाता है। इसलिए निवेशकों के पास इंश्योरेंस स्कीम के साथ एसेट बनाने का भी अवसर होता है। कहा जा सकता है कि इस प्लान में निवेशकों को एक ऐसी योजना में मदद मिलती है जिसमें वित्तीय आपात स्थितियों के खिलाफ कवरेज और सुरक्षा मिलती है। यह आपके पूंजी को बढ़ाने का भी काम करता है।
यूलिप की विशेषताएं | Features of ULIP in Hindi
ULIP in Hindi: निवेशकों को ULIP में निवेश करने से पहले इसके सभी फीचर्स को स्पष्ट रूप से समझना चाहिए। यूलिप की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं-
- ULIP न केवल इंश्योरेंस स्कीम हैं बल्कि इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट भी हैं। इसलिए निवेशकों द्वारा नियमित रूप से भुगतान की गई राशि प्रीमियम राशि के साथ-साथ SIP राशि का भी गठन करती है।
- ULIP मार्केट से जुड़े रिटर्न देते हैं और निश्चित रिटर्न नहीं देते क्योंकि वे फंड स्कीम के जरिए कई मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट करते हैं। एसेट एलोकेशन के आधार पर इसका फंड इक्विटी, डेट या हाइब्रिड हो सकता है। निवेशक यह तय कर सकते हैं कि वे किस प्रकार के यूलिप में निवेश करना चाहते हैं।
- प्रीमियम कीराशि निवेशकों की सुविधा के आधार पर अलग अलग हो सकती है। यह मंथली, क्वाटरली या एकमुश्त वार्षिक भी हो सकती है।
- ULIP में पांच साल का अनिवार्य लॉक-इन होता है जो SIP में सबसे लंबा होता है।
ULIP के लाभ | Benefits of Unit Linked Insurance Plan in Hindi
ULIP लाइफ कवर के साथ ही लंबी अवधि में और भी कई लाभ प्रदान करता है। आइए ULIP ke Fayde के बारे में विस्तार से चर्चा करें।
पूंजी में वृद्धि के साथ जीवन सुरक्षा
Unit Linked Insurance Plan दो प्रोडक्ट का बेनिफिट देते है, जहां निवेशक Life Insurance Plan का पॉलिसी होल्डर भी बन जाता है। किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना के मामले में नामांकित व्यक्ति बीमा राशि प्राप्त करने का हकदार है। दूसरी ओर Mutual Fund के SIP के लिए निर्धारित राशि लंबी अवधि में पूंजी वृद्धि में मदद करती है।
इन्वेस्टर्स अपने रिस्क उठाने की क्षमता के अनुसार ULIP के प्रकार (Types of Ulip) का चयन कर सकते हैं। इन्वेस्टर किसी भी फंड (डेट, इक्विटी या हाइब्रिड) में इन्वेस्ट करने वाले ULIP को चुन सकते है।
लाइफ कवर का आकार
निवेशकों के पास यह तय करने का विकल्प होता है कि वे जीवन कवर का आकार क्या चाहते हैं। वे फंड निवेश के ULIP किस प्रकार म्यूच्यूअल फंड से अलग है साथ-साथ ULIP में जीवन बीमा का स्तर, पॉलिसी की अवधि और बीमा के लिए भुगतान की जाने वाली प्रीमियम राशि तय कर सकते हैं।
यह फंड स्विच, टॉप-अप और आंशिक निकासी का लचीलापन प्रदान करता है। अगर किसी फंड परफॉरमेंस अच्छा नहीं होता है तो व्यक्ति दूसरे में स्विच कर सकता है। इस तरह से निवेशक बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान डेट फंड में स्विच कर सकते हैं और उतार-चढ़ाव के दौरान इक्विटी में डायवर्ट कर सकते हैं।
5 साल की लॉक-इन अवधि के बाद ULIP से थोड़े पैसे भी निकाले जा सकते है। लेकिन यूलिप में लिमिटेड विथडरॉल होता है। इसके आलवा कोई भी व्यक्ति बेस प्रीमियम से अधिक निवेश करके अधिक यूनिट खरीदकर और अधिक राजस्व अर्जित करके टॉप-अप के लिए भी जा सकता है।
टैक्स बेनिफिट
ULIP में निवेशकों के लिए आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C और धारा 10D के तहत टैक्स का लाभ मिलता हैं। निवेशक 1.5 रुपये तक कर-मुक्त हैं। इसके आलवा ULIP एक इंश्योरेंश प्रोडक्ट है और सभी बीमा योजनाएं धारा 10डी के तहत टैक्स का लाभ उठा सकती हैं, चाहे वह मैच्योरिटी पेमेंट हो या डेथ बेनिफिट पेमेंट हो। इस छूट की कोई विशेष ऊपरी सीमा नहीं है और अर्जित बोनस को भी छूट के लिए गिना जाता है।
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