जब कोई नया निवेशक शेयर मार्केट में आता है तो Short Term Trading , जैसे Intraday, Future & Option की तरफ आकर्षित होता है और जोखिम को समझे बिना ही वह इनमे निवेश करता है जिससे वह अपना कीमती धन और समय गवां देता है।
शेयर बाजार ने शुरुआती बढ़त गंवाईं, लगातार तीसरे दिन नुकसान में हुए बंद
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख भी घरेलू शेयर बाजारों में जोश भरने में विफल रहा। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक का ब्योरा जारी होने से भी घरेलू बाजार में बिकवाली हुई, क्योंकि इसमें केंद्रीय बैंक ने कुछ सख्त टिप्पणियां की हैं।’’
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि इस समय नीतिगत कार्रवाई को रोकने की गलती महंगी साबित हो सकती है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई खत्म नहीं हुई है।
अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट निचले स्तर पर बंद हुआ।
मध्य सत्र के सौदों में यूरोपीय बाजार तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए।
Bandhan Bank को शेयर मार्केट में भारी नुकसान! इतना रह गया शेयर
Bandhan Bank Share: निजी क्षेत्र के ऋणदाता द्वारा सितंबर तिमाही के लिए 209 करोड़ रुपये का नेट लाभ पोस्ट करने के बाद 31 अक्टूबर को बंधन बैंक के शेयर की कीमत में आठ प्रतिशत की गिरावट आई। दरअसल यह जो लाभ था, वह एक साल पहले 3,008 करोड़ रुपये के नुकसान के मुकाबले स्ट्रीट की उम्मीदों से काफी कम था।
CNBC-TV18 पोल के मुताबिक, विश्लेषकों ने 749.8 करोड़ रुपये शेयर मार्केट के नुकसान के नेट लाभ की उम्मीद की थी। सोमवार सुबह 10 बजे से पहले बंधन बैंक का शेयर 20.25 रुपये व 7.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ 244.95 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
शेयर ने क्रमशः 17 मई 2022 और 27 दिसंबर 2021 को अपने 52 सप्ताह के उच्च स्तर 349.50 रुपये और 52 सप्ताह के निचले स्तर 229.65 रुपये को छुआ। शेयर मार्केट के नुकसान यह अब अपने 52 सप्ताह के उच्च स्तर से 29.91 प्रतिशत नीचे और अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर से 6.66 प्रतिशत ऊपर कारोबार कर रहा है।
कोरोना के डर से दहला शेयर बाजार: क्रिसमस से पहले निवेशकों को ₹15.37 लाख करोड़ का नुकसान
Stock Market Crash 23 Dec 2022: चीन शेयर मार्केट के नुकसान समेत कुछ देशों में कोविड-19 संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने से शुक्रवार को एशियाई बाजारों में गिरावट का रुख रहा। भारतीय बाजार भी इससे अछूते नहीं रहे और बड़े नुकसान के साथ बंद हुए। दोनों प्रमुख इंडेक्स में बड़ी गिरावट रही।
आज 1000 अंक के करीब गिरा सेंसेक्स
बता दें कि शेयर बाजार पिछले चार कारोबारी सत्रों से लगातार टूट रहा है। निवेशकों की भारी बिकवाली से बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 980.93 अंक यानी 1.61 प्रतिशत लुढ़कते हुए 59,845.29 अंक पर खिसक आया। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 1,060.66 अंक यानी 1.74 प्रतिशत तक धराशायी हो गया था। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 320.55 अंक यानी 1.77 प्रतिशत की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी 17,800 के मनोवैज्ञानिक स्तर से भी नीचे आ गया था लेकिन अंत में यह थोड़ा सुधरते हुए 17,806.80 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार ने शुरुआती बढ़त गंवाईं, लगातार तीसरे दिन नुकसान में हुए बंद
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख भी घरेलू शेयर बाजारों में जोश भरने में विफल रहा। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक का ब्योरा जारी होने से भी घरेलू बाजार में बिकवाली हुई, क्योंकि इसमें केंद्रीय बैंक ने कुछ सख्त टिप्पणियां की हैं।’’
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि इस समय नीतिगत कार्रवाई को रोकने की गलती महंगी साबित हो सकती है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई खत्म नहीं हुई है।
अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट निचले स्तर पर बंद हुआ।
मध्य सत्र के सौदों में यूरोपीय बाजार तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए।
Stock Tips से दूर रहें, शेयर खरीदने के लिए अपनी रिसर्च खुद करें।
किसी न्यूज चैनल पर मिलने वाली स्टॉक टिप्स या मोबाइल पर SMS द्वारा मिलने वाली स्टॉक टिप्स पर भरोसा करके निवेश नहीं करना चाहिए क्योंकि ये शेयर मार्केट के नुकसान हमेशा सही नही होती और कभी कभी ये टिप्स रिटेल निवेशकों को धोखे में रखकर शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए दी जाती हैं, इसलिए हमे शेयर खरीदने के लिए अपनी रिसर्च खुद करनी चाहिए।
अगर हमने अच्छी तरह से रिसर्च करके किसी कंपनी में निवेश किया हुआ है तो हमे अपने रिसर्च पर और उस कंपनी पर भरोसा करना चाहिए। Long शेयर मार्केट के नुकसान Term में कंपनी का शेयर price ऊपर जा सकता है लेकिन short term में शेयर मार्केट के नुकसान शेयर बहुत सारे उतार चढ़ाव से होकर गुजरता है क्योंकि यह शेयर मार्केट का नेचर है। शेयर मार्केट में शेयर्स की कीमत प्रत्येक सेकंड बदलती रहती है अगर हम हर घंटे या हर दिन अपने शेयर की price को track करते रहेंगे तो मार्केट के उतार चढ़ाव के कारण हमारे पोर्टफोलियो की शेयर मार्केट के नुकसान वैल्यू में होने वाले उतार चढ़ाव हमे परेशान कर सकते हैं। इस परेशानी में हम गलत निर्णय ले सकते हैं।
मार्केट की दिशा को प्रेडिक्ट करने की कोशिश न करें।
शेयर मार्केट unpredictable है कितना ही महान Expert क्यों न हो शेयर मार्केट की भविष्यवाणी नहीं कर सकता। इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि कल इस शेयर के भाव बढ़ने वाले हैं इसको खरीद लेना चाहिए शेयर मार्केट के नुकसान या इस शेयर के भाव गिरने वाले हैं इसे बेच देना चाहिए। Long term में मार्केट की दिशा का अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन short term में मार्केट की दिशा का अंदाजा लगाना और उसके आधार पर निवेश करना रिस्की हो सकता है।
Be Fearful When Others Are Greedy and Greedy When Others Are Fearful.
Warren Buffett
Avoid loss in Stock Market – महान निवेशक Warren Buffett हमे सलाह देते हैं कि जब सभी लालची हो रहे होते हैं तो हमे डरना चाहिए और जब सभी डर रहे होते हैं तो हमे लालची बनना चाहिए।
हमे तब शेयर खरीदने चाहिए जब सभी डरे हुए हों और शेयर की कीमत गिर रही हो जिससे हम कम कीमत में अधिक शेयर खरीद सकें। हमे तब शेयर बेचने चाहिए जब सभी लालची हों और शेयर की कीमत लगातार बढ़ रही हो।
अपने पोर्टफोलियो को Diversify करें |
Don’t put all your eggs in one basket.
Quote
हमे पोर्टफोलियो में विभिन्न सेक्टर और कंपनियों के शेयर रखने चाहिए किसी एक सेक्टर या एक कंपनी में ज्यादा निवेश नहीं करना चाहिए जिससे हम किसी सेक्टर या कंपनी विशेष में उत्पन विपरीत परिस्थितियों में होने वाले नुकसान को कम कर सकें।
डर और लालच से बचें।
जब हम किसी शेयर की price लगातार बढ़ते हुए देखते हैं तो हमे लगता है कही पैसा कमाने का अवसर हाथ से ना निकल जाए और जल्दबाजी में बिना रिसर्च किए एक ऐसी कंपनी का शेयर खरीद लेते है जो हमे नहीं खरीदना चाहिए। लालच में आकर हम गलत निर्णय ले सकते हैं। इसी प्रकार जब हम किसी अच्छे शेयर के price को गिरते हुए देखते हैं तो हम डर जाते हैं कि नुकसान न हो जाए और price के गिरने का बिना कारण जाने एक अच्छे शेयर को बेच देते हैं। इसलिए डर और लालच में हमे कोई निर्णय लेने से बचना चाहिए।
मान लीजिए हमने लोन लेकर या अपने किसी मित्र से उधार लेकर एक कंपनी में निवेश किया हुआ है जो कुछ समय बाद हमने उन्हें लौटाना है। हम चाहे कितने ही expert हों short term में रिटर्न की गारंटी नहीं दे सकते।अगर आपको उधार लिया हुआ धन वापस करना पड़ जाता है और उस समय मार्केट डाउन है तो आपको न चाहते हुए भी अपना शेयर loss में बेचना पड़ जायेगा। जिससे हम आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव के शिकार हो सकते हैं।
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