what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है

यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.

Candle Stick Chart Pattern

Basic Candle Stick Pattern:


Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।

यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।

यदि कैंडलस्टिक की ऊपरी शैडो लम्बी तथा लोअर शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब buyer अपनी ताकत दिखायगे तथा बिड प्राइस हाई होगा लेकिन सेशन के आखिर में सेलर अपनी ताकत दिखायगे तथा प्राइस वापस ओपन प्राइस के आसपास आ जायेगा। यदि कैंडलस्टिक की निचली शैडो लांग तथा ऊपरी शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब सेशन के शुरू में sellers हावी रहेंगे और प्राइस को नीचे गिरा देंगे लेकिन सेशन के आखिर में buyers वापस आ जायेगे तथा प्राइस फिर से अपने ओपनिंग प्राइस के आसपास हो जायेगा।
Candlesticks pattern कई तरह के होते हैं इसलिए स्टॉक चार्ट को समझने के लिए आपको ये पता होना बहुत जरूरी है कि ये पैटर्न आपको क्या संदेश देते हैं। तभी आप इनका उपयोग अपने फायदे के लिए कर पायगे। Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi.

कैंडलस्टिक पैटर्न सामान्यतः कई प्रकार के होते है, इनकी सहायता से आप मूमेंटम तथा ब्रेकऑउट तथा वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या नहीं इस बात का पता लगा सकते हैं। स्टॉक में कितना मूमेंटम बना हुआ है या बचा हुआ है,इसके साथ आप ये भी पता लगा सकते है कि क्या ब्रेकऑउट हो सकता है ? क्या वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या रिवर्सल आ सकता है।

कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -


एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India

Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।

कैंडलस्टिक चार्ट को कैसे पढ़ना है

हिंदी

कैंडलस्टिक चार्ट को कैसे पढ़ना है?

वित्तीय बाजार विश्लेषण मोटे तौर पर दो श्रेणियों, तकनीकी और मौलिक के तहत आता है। जहां, मौलिक विश्लेषण व्यापक आर्थिक स्थितियों, त्रैमासिक आय, और भविष्य की कीमत की चाल की भविष्यवाणी करने के लिए अन्य कारकों के बीच प्रचलित ब्याज दरों पर निर्भर करता है, वहीं तकनीकी विश्लेषण चार्ट का उपयोग करता है जहां अतीत में प्रतिभूतियों द्वारा बनाए गए पैटर्न का उपयोग किया जाता है।

यहां हम कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में बात करेंगे और पता करेंगे कि कैंडलस्टिक चार्ट में पैटर्न को कैसे पढ़ा जाए।

कैंडलस्टिक पैटर्न

एक कैंडलस्टिक पैटर्न किसी परिसंपत्ति की कीमत के बढ़ने तथा गिरने के परिणामस्वरूप बनता है। हालांकि तकनीकी चार्ट बेतरतीब पैटर्न दिखा सकते हैं, कुछ विशिष्ट पैटर्न का प्रयोग कारोबारियों द्वारा खरीद या बेचने के संकेत के रूप में किया जाता है। यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि ये पैटर्न संकेत हैं और गारंटी नहीं देते हैं।

आम तौर पर पैटर्न को बुलिश और बियरिश में विभाजित किया जा सकता है। बुलिश पैटर्न कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? इसका संकेत है कि कीमत ऊपर जा रही है, जबकि बियरिश पैटर्न मूल्य में गिरावट के पहले आता आ सकते हैं।

कैंडलस्टिक अवयव

एक बार चार्ट की ही तरह, एक कैंडलस्टिक दिखाता है कि ट्रेडिंग कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? सत्र के दौरान बाजार खुले, बंद, उच्च या निम्न हैं या नहीं। एक कैंडलस्टिक में एक विस्तृत हिस्सा होता है, जिसे “ रियल बॉडी ” कहा जाता है। यह करोबार सत्र के खुलने तथा बंद कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? होने के बीच मूल्य सीमा के रूप में वर्णित किया जाता है।

जब रियल बॉडी काले रंग की होती है, तो इसका मतलब है कि समापन मूल्य प्रतिभूतियों द्वारा कोट किए गए शुरुआती मूल्य से कम है। एम्प्टी बॉडी इसका उल्टा होता है, जिसका अर्थ है कि समापन मूल्य प्रारंभ मूल्य से अधिक था।

कारोबारियों के पास उनके संबंधित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में रंग बदलने का विकल्प होता है। उदाहरण के लिए, एक नीचे की ओर की(डाउन) कैंडलस्टिक को आमतौर पर लाल रंग में शेडेड किया जाता है (पहले वर्णित काले रंग के बजाय)। ऊपर की ओर(अप) की कैंडलस्टिक कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? को हरा रंग दिया जा सकता है (सफेद के बजाय)।

कैंडलस्टिक पैटर्न कैसे पढ़ा जाए

कैंडलस्टिक पैटर्न के कई बुनियादी रूप हैं जैसे बियरिश इनगल्फिंग पैटर्न, बुलिश इनगल्फिंग पैटर्न। आइए अब देखते हैं कि कैंडलस्टिक्स की व्याख्या कैसे करें।

बियरिश इनगल्फिंग पैटर्न: इस पैटर्न का गठन तब होता है जब एक प्रतिभूतियों के विक्रेताओं खरीदारों की तुलना में अधिक कर रहे हैं। आप इस पैटर्न का पता तब लगा सकते हैं जब आप एक छोटे से हरे रंग की रियल बॉडी को लंबे लाल रंग के रियल बॉडी से घिरा हुआ(इनगल्फिंग) देखते हैं। बियरिश इनगल्फिंग पैटर्न एक संकेत है कि बियर नियंत्रण में हैं और प्रतिभूतियों की कीमत कम गिरने की संभावना है।

बुलिश इनगल्फिंग पैटर्न: बियरिश इनगल्फिंग पैटर्न के विपरीत, इस पैटर्न का गठन किया है जब खरीदारों की संख्या विक्रेताओं से अधिक होती है।इस पैटर्न एक लंबी हरे रंग की रियल बॉडी, एक छोटी लाल रंग की रियल बॉडी को घेरे(इनगल्फ किए) होती है। कारोबारी एक खरीद संकेत के रूप में इस पैटर्न की व्याख्या करते हैं। जब बुलिश इनगल्फिंग पैटर्न का निर्माण होता है तो कीमतों में वृद्धि की उम्मीद की जाती है।

बियरिश इवनिंग स्टार: इवनिंग स्टार एक ऐसा पैटर्न है जिसका गठन कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? तब होता है जब प्रतिभूतियों की कीमत में सबसे ऊपर होती है। जब पैटर्न में आखिरी कैंडलस्टिक पिछले दिन के छोटी रियल बॉडी के नीचे खुलती है, तो गठित पैटर्न को बियरिश इवनिंग स्टार कहा जाता है। इस पैटर्न की उपस्थिति का मतलब है कि भविष्य में प्रतिभूतियां बिक्री का दबाव देख सकती हैं।

बियरिश हरामी: यह पैटर्न का संकेत करता है कि कारोबारी दुविधा में पड़े हुए हैं। पिछले दिन की रियल बॉडी के अंदर पूरी तरह से एक छोटी लाल बॉडी को बियरिश हरामी कहा जाता है। यदि इस तरह के पैटर्न के बनने के बाद मूल्य ऊपर की ओर बढ़ते जा रहे हैं, तो ऊपर की ओर संचलन जारी रह सकता है। लेकिन अगर कीमत गिरना शुरू होता है, तो इसके आगे गिरते रहने की ही संभावना है।

बुलिश हरामी: जब हरे रंग की एक छोटा सी रियल बॉडी, पिछले दिन की बड़ी रियल बॉडी के अंदर होती है, तो पैटर्न को बुलिश हरामी कहा जाता है। पैटर्न एक संकेत है कि एक प्रवृत्ति रुक रही है और जल्द ही ऊपर की ओर संचलन आ सकता है।

बियरिश हरामी क्रॉस: यह पैटर्न एक अपट्रेंड के दौरान निर्मित होता है। जब दोजी एक ऊपर की ओर जाती कैंडलस्टिक का अनुसरण करता है — जहां कैंडलस्टिक करीब-करीब एक समान खुली और बंद होती है — पैटर्न को बियरिश हरामी क्रॉस कहा जाता है। इसके अलावा, डोजी पिछले सत्र की रियल कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? बॉडी के भीतर है। इस तरह पैटर्न की व्याख्या कारोबारी बियरिश हरामी की ही तरह करते हैं।

बुलिश हरामी क्रॉस: यह कैंडलस्टिक पैटर्न एक गिरावट के दौरान बनता है। इसका निर्माण तब होता है जब एक डोजी नीचे जा रही(डाउनट्रेंड) कैंडलस्टिक का अनुसरण करता है। डोजी पिछले सत्र की रियल बॉडी के भीतर है। बुलिश हरामी की ही तरह पैटर्न, एक प्रवृत्ति रुकने का संकेत है, इसके बाद ऊपर की ओर संचलन होता है।

निष्कर्ष: कैंडलस्टिक पैटर्न कारोबारियों को भविष्य में मूल्यों की चाल की भविष्यवाणी करने में मदद करते हैं। कैंडलस्टिक्स कारोबारियों को प्रतिभूतियों और अन्य परिसंपत्ति वर्गों के आसपास की भावनाओं को गेज करने में सहायता करते हैं। हालांकि ये पैटर्न भविष्य में कीमत की चाल का संकेत देते हैं, विशेषज्ञों का सुझाव है कि संकेतों के हमेशा सच होने की गारंटी नहीं होती है।

कैंडल चार्ट क्या होता है कैंडल चार्ट को कैसे समझें

दोस्तों आज हम बात करेंगे शेयर बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट क्या होता है। Candlestick chart शेयर बाजार में स्टॉक्स में हो रही खरीद बिक्री को लाल और हरे कैंडल में दर्शाते हैं। यहां पर हर एक हरे कैंडल का मतलब खरीददारी और लाल कैंडल का मतलब बिकवाली होता है। शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए कैंडल चार्ट बहुत महत्वपूर्ण है। और यह कीमतों के परिवर्तन का विश्लेषण करने के लिए बहुत मायने रखता है।

कैंडलेस्टिक चार्ट को कैसे समझें
कैंडलेस्टिक चार्ट

कैंडलेस्टिक चार्ट को कैसे समझें

जैसा कि आप अगर शेयर बाजार में व्यापार करते हैं या करने में रुचि रखते हैं तो कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न को सीखना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आप एक समुचित ढंग से टेक्निकल एनालिसिस कर सकेंगे। बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट अपने पिछले Trade की गतिविधियों को दर्शाता है जहां से आपको टेक्निकल एनालिसिस में सपोर्ट aur रेजिस्टेंस, ट्रेंड लाइन अन्य पैटर्न देखने कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? को मिलते हैं इसके के आधार पर हम अगले ट्रेडिंग सेशन के लिए अपने strategie के अनुसार रणनीतियां बनाते हैं। शेयर बाजार में अधिकतर ट्रेडर्स candlestick pattern के आधार पर ही बाजार में अपना सौदा या Trade करते हैं।

Candlestick chart में कुछ फेमस कैंडल के नाम
Candlestick chart list

Candlestick chart में कुछ फेमस कैंडल के नाम

  • SHOOTING STAR
  • HAMMER
  • DOJI
  • PAPER UMBRELLA
  • SPINNING TOPS
  • MARUBOZU
  • ENGULFING CANDLE
  • MORNING STAR
  • HARAMI

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे करें।
कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे करें।

अगर आप शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडर है या फिर डे ट्रेडर में रुचि रखते हैं तो आपको कैंडलेस्टिक चार्ट पढ़ना बहुत जरूरी है। यह किसी भी शेयर का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है। इसे सीखने के लिए आप बाजार में मोमेंट, ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट, ब्रेकडाउन, सपोर्ट और रजिस्टेंस इन चीजों को देखकर आप टेक्निकल एनालिसिस कर सकते है

शेयर की प्रत्येक कैंडल बाजार के मूल्य की गतिशीलता को प्रदर्शित करती है

HIGH, LOW, OPEN, और CLOSE

अगर आप कैंडल स्टिक चार्ट का बखूबी विश्लेषण करना जानते हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में अत्यधिक लाभ कमा सकते हैं।

इंट्रा डे ट्रेडर के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट उपयोग करने के 2 कारण होते हैं

1 Trade नियंत्रण में मदद

इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपने जोखिम को जानना बहुत जरूरी है। कैंडलेस्टिक चार्ट की मदद से आप आपकी चल रही पोजीशन को रखने या बंद करने और जोखिम के साथ लाभ और नुकसान को प्रतिबंधित कर सकते हैं। इससे आपको स्टॉप लॉस और टारगेट को जानना आसान होता है।

2 Entry और Exit जानने में मदद

Candlestick pattern का विश्लेषण करके आप या जान सकते हैं कि मोमेंटम, ब्रेकआउट या ट्रेंड के आधार पर बाजार में एंट्री करें या बाजार में टिके रहे या बाजार से बाहर निकले या निकलने का सही समय निर्धारित करता है। इन सभी तरीकों को सीख कर आपको शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करने में मदद मिलेगी।

कैंडलस्टिक चार्ट की बुनियादी समझ

एक व्यापारी के लिए, कैंडलस्टिक चार्ट की दो सबसे पसंदीदा विशेषताएँ हैं:

  • प्रत्येक कैंडलस्टिक एक विशेष अवधि के दौरान व्यापारों की विशिष्ट संख्या के पूरा होने को दर्शाता है।
  • इससे यह भी पता चलता है कि उस विशेष अवधि के दौरान अधिक बिक्री का दबाव था या खरीदी का दबाव था।

इस ब्लॉग में, हम कैंडलस्टिक चार्ट और उनका विश्लेषण कैसे करें के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे:

कैंडलस्टिक्स चार्ट का उद्गम:

जापानी कैंडलस्टिक चार्ट भविष्य के मूल्य उतार-चढ़ाव का विश्लेषण करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सबसे पुरानी प्रकार की चार्टिंग तकनीक है।

1700 के दशक में, कैंडलस्टिक चार्ट के शुरुआती रूपों का इस्तेमाल चावल की कीमतों का अनुमान लगाने के लिए किया गया था।

1750 में, मुनेहिसा होमा के नाम से एक जापानी व्यापारी ने अपने कैंडलस्टिक विश्लेषण का इस्तेमाल सकाता में चावल के आदान-प्रदान में व्यापार करने के लिए करना शुरू किया।

कैंडलस्टिक चार्ट का निर्माण:

प्रत्येक कैंडलस्टिक मुख्य रूप से रियल बॉडी और विक्स से बना होता है जिसे शड़ौस या टेल्स के रूप में भी जाना जाता है:

रीड कैंडलस्टिक चार्ट

शैडोस कैंडलस्टिक चार्ट

कैंडलस्टिक चार्ट पर पैटर्न की व्याख्या करना:

जैसा कि कैंडलस्टिक्स अधिक आकर्षक होती हैं, व्यापारी ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश करता है जो निरंतरता या उलट-फेर हो सकती हो।

इन कैंडलस्टिक पैटर्न को मंदी और तेजी वाली कैंडलस्टिक पैटर्न में भी वर्गीकृत किया जा सकता है।

मार्केट कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? एक्सपर्ट्स से कैंडलस्टिक विश्लेषण की मूल बातें सीखें

कैंडलस्टिक पैटर्न एक एकल कैंडलस्टिक पैटर्न हो सकता है या दो-तीन कैंडलस्टिक्स को मिलाकर बनाया जा सकता है।

इस तरह के कैंडलस्टिक पैटर्न के कुछ उदाहरण हैं:

एकल कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण:

कई कैंडलस्टिक पैटर्न्स कई कैंडल्स द्वारा बनाई जाती है।

कई कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण:

o बुलिश एंगलफ़ींग

o बीयरिश एंगलफ़ींग

कैंडलस्टिक चार्ट का विश्लेषण करते समय तीन मान्य ताएँ:

1. एक को ताकत खरीदनी चाहिए और कमजोरी को बेचना चाहिए:

शक्ति आमतौर पर एक तेजी (हरे) कैंडल द्वारा दर्शायी जाती है जबकि कमजोरी एक मंदी (लाल) कैंडल द्वारा दर्शायी जाती है।

आम तौर पर हरे रंग की कैंडल के दिन खरीदना चाहिए और लाल कैंडल के दिन बेचना चाहिए।

2. एक को पैटर्न के साथ लचीला होना चाहिए:

बाजार की स्थितियों के कारण पैटर्न में मामूली बदलाव हो सकते हैं।

इसलिए, चार्ट पर इन कैंडलस्टिक पैटर्न का विश्लेषण करते समय थोड़ा फ्लेक्सिबल होना चाहिए।

3. एक को पूर्व प्रवृत्ति की तलाश करनी चाहिए:

अगर आप तेजी से कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश कर रहे हैं तो पूर्व प्रवृत्ति मंदी होनी चाहिए और इसी तरह, अगर आप एक मंदी के पैटर्न की तलाश कर रहे हैं तो पूर्व प्रवृत्ति तेज होनी चाहिए।

महत्वपूर्ण सीख:

    कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है?
  • कैंडलस्टिक चार्ट एक प्रकार के तकनीकी चार्ट हैं जो बार चार्ट या लाइन चार्ट के समान मूल्य के उतार-चढ़ाव का विश्लेषण करते हैं।
  • प्रत्येक कैंडलस्टिक मुख्य रूप से वास्तविक शरीर और विक्स से बना होता है जिसे छाया या पूंछ के रूप में भी जाना जाता है:
  • संपत्ति का शुरुआती मूल्य> समापन मूल्य = ओपन कैंडलस्टिक बॉडी के शीर्ष पर होगा।
  • संपत्ति का समापन मूल्य> कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? प्रारंभिक मूल्य = क्लोज कैंडलस्टिक बॉडी के शीर्ष पर होगा।
  • जैसा कि कैंडलस्टिक्स अधिक आकर्षक होती हैं, व्यापारी ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश करता है जो निरंतरता या उलट-फेर हो सकती हो।

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कैंडल चार्ट क्या होता है कैंडल चार्ट को कैसे समझें

दोस्तों आज हम बात करेंगे शेयर बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट क्या होता है। Candlestick chart शेयर बाजार में स्टॉक्स में हो रही खरीद बिक्री को लाल और हरे कैंडल में दर्शाते हैं। यहां पर हर एक हरे कैंडल का मतलब खरीददारी और लाल कैंडल का मतलब बिकवाली होता है। शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए कैंडल चार्ट बहुत महत्वपूर्ण है। और यह कीमतों के परिवर्तन का विश्लेषण करने के लिए बहुत मायने रखता है।

कैंडलेस्टिक चार्ट को कैसे समझें
कैंडलेस्टिक चार्ट

कैंडलेस्टिक चार्ट को कैसे समझें

जैसा कि आप अगर शेयर बाजार कैंडलस्टिक स्टॉक चार्ट क्या है? में व्यापार करते हैं या करने में रुचि रखते हैं तो कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न को सीखना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आप एक समुचित ढंग से टेक्निकल एनालिसिस कर सकेंगे। बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट अपने पिछले Trade की गतिविधियों को दर्शाता है जहां से आपको टेक्निकल एनालिसिस में सपोर्ट aur रेजिस्टेंस, ट्रेंड लाइन अन्य पैटर्न देखने को मिलते हैं इसके के आधार पर हम अगले ट्रेडिंग सेशन के लिए अपने strategie के अनुसार रणनीतियां बनाते हैं। शेयर बाजार में अधिकतर ट्रेडर्स candlestick pattern के आधार पर ही बाजार में अपना सौदा या Trade करते हैं।

Candlestick chart में कुछ फेमस कैंडल के नाम
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  • HARAMI

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे करें।
कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे करें।

अगर आप शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडर है या फिर डे ट्रेडर में रुचि रखते हैं तो आपको कैंडलेस्टिक चार्ट पढ़ना बहुत जरूरी है। यह किसी भी शेयर का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है। इसे सीखने के लिए आप बाजार में मोमेंट, ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट, ब्रेकडाउन, सपोर्ट और रजिस्टेंस इन चीजों को देखकर आप टेक्निकल एनालिसिस कर सकते है

शेयर की प्रत्येक कैंडल बाजार के मूल्य की गतिशीलता को प्रदर्शित करती है

HIGH, LOW, OPEN, और CLOSE

अगर आप कैंडल स्टिक चार्ट का बखूबी विश्लेषण करना जानते हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में अत्यधिक लाभ कमा सकते हैं।

इंट्रा डे ट्रेडर के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट उपयोग करने के 2 कारण होते हैं

1 Trade नियंत्रण में मदद

इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपने जोखिम को जानना बहुत जरूरी है। कैंडलेस्टिक चार्ट की मदद से आप आपकी चल रही पोजीशन को रखने या बंद करने और जोखिम के साथ लाभ और नुकसान को प्रतिबंधित कर सकते हैं। इससे आपको स्टॉप लॉस और टारगेट को जानना आसान होता है।

2 Entry और Exit जानने में मदद

Candlestick pattern का विश्लेषण करके आप या जान सकते हैं कि मोमेंटम, ब्रेकआउट या ट्रेंड के आधार पर बाजार में एंट्री करें या बाजार में टिके रहे या बाजार से बाहर निकले या निकलने का सही समय निर्धारित करता है। इन सभी तरीकों को सीख कर आपको शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करने में मदद मिलेगी।

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